प्रयागराज, पीसीएस ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के सुर्खियों में छाए विवाद के बीच सोशल मीडिया पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही बहुओं के खिलाफ खूब तंज कसे जा रहे हैं। शॉर्ट वीडियो और मीम्स से ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, मानों सारे लोग बहुओं को पढ़ाने के खिलाफ हो गए हैं, उनकी तैयारी छुड़ाकर वापस बुलाने लगे हैं। हकीकत में ससुराल वाले उनके साथ हैं और किसी ज्योति की ‘लौ’ में झुलसने के बजाय, सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान लगाने के लिए भी कह रहे हैं।
पूर्वांचल के तमाम शहरों से प्रयागराज में तैयारी करने आईं युवतियों का कहना है कि ज्योति मौर्य प्रकरण के बाद भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। सुल्तानपुर की शिखा यादव बताती हैं कि तीन साल पहले शादी होने के बाद वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रयागराज आई थीं। ससुराल वाले बराबर उनका उत्साह बढ़ाते रहते हैं। ससुराल पक्ष से ज्योति मौर्य प्रकरण पर किसी ने कोई बात भी नहीं की। इस पर मीम्स बनाना, अफवाह फैलाना गलत है, पर कुछ लोग मजे के लिए यह सब कर रहे हैं।
तेलियरगंज में रहकर तैयारी कर रहीं सुल्तानपुर की रंजना तिवारी कहती हैं, इस प्रकरण को इतना तूल देना सही नहीं है। घरवाले पहले की तरह सहयोग कर रहे हैं। हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। वह बतातीं हैं कि उनकी दो सहेलियों का चयन केंद्रीय विद्यालय में शिक्षक पद पर हुआ है। दोनों ससुराल की पूरी जिम्मेदारी उठा रही हैं। ऐसी महिलाएं भी हैं, जो कामयाब होकर ससुराल और मायके दोनों की जिम्मेदारी का अच्छे से निर्वहन कर रही हैं।
गोविंदपुर में रहकर दो साल से शिक्षक भर्ती की तैयारी कर रही अंबेडकर नगर की ईशा बताती हैं कि ससुराल व मायके दोनों जगह से पूरा सहयोग मिल रहा है। पति ने कहा है कि इन सब अफवाहों पर ध्यान न देकर अपने लक्ष्य पर ध्यान दो। ईशा के मुताबिक उनके संपर्क में अब तक ऐसा कोई मामला नहीं आया, जिसमें ससुराल वालों ने किसी को वापस बुला लिया हो। यह सब अफवाह है। सोशल मीडिया का कुरूप चेहरा यही है।