● महानिदेशक ने कक्षावार मैपिंग के दिए थे आदेश
● प्रेरणा पोर्टल पर प्रधानाध्यापकों ने किया क्लास का आवंटन
● परिषदीय स्कूलों में अभिनव प्रयोग हो गया शुरू
शिक्षक कक्षा आवंटन निपुण लक्ष्य और निर्धारित दक्षताओं की समयबद्ध प्राप्ति में प्रभावी सिद्ध होगा। शिक्षकों के सराहनीय कार्यों की जिला एवं राज्य स्तर पर पहचान सुनिश्चित हो सकेगी जिसे बेस्ट प्रैक्टिसेस के रूप में प्रस्तुत किया जा सकेगा। -प्रवीण कुमार तिवारी, बीएसए
लखनऊ से देख सकेंगे किसने पढ़ाया कौन सा विषय
प्रयागराज। स्कूलों में कक्षावार मैपिंग करते हुए निपुण लक्ष्य प्राप्ति के लिए समयसीमा भी निर्धारित करने को कहा गया है। तय समय के बाद प्रत्येक स्कूल में बच्चों की कक्षा के अनुरूप शैक्षिक उपलब्धि का आकलन किया जाएगा। जिन कक्षाओं में बच्चों की उपलब्धि संतोषजनक नहीं होगी उसके शिक्षक को भी स्वत पहचान हो सकेगी। समग्र शिक्षा विभाग के अफसर यह सबकुछ लखनऊ में बैठे ऑनलाइन देख सकेंगे।
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। कासगंज के 986 में से 220 स्कूलों (22 प्रतिशत) के प्रधानाध्यापकों ने ऑनलाइन कक्षा आवंटित कर दूसरा, जबकि हाथरस के 1031 में से 221 स्कूलों (21 फीसदी) के हेडमास्टरों ने पोर्टल पर क्लास आवंटन कर तीसरा स्थान हासिल किया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने दस जुलाई को प्रत्येक विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की कक्षावार मैपिंग 20 जुलाई तक सुनिश्चित करने के आदेश दिए थे।
कई जिले में 50 स्कूलों में ऑनलाइन आवंटन नहीं ऑनलाइन क्लास आवंटन में कई जिलों का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। इनमें 50 स्कूलों में भी प्रेरणा पोर्टल से क्लास आवंटित नहीं हुईं। बागपत में दस, मुजफ्फरनगर 19, अमरोहा, गौतम बुद्धनगर व हापुड़ में 20-20, ललितपुर 28, देवरिया 29, बिजनौर 33, जालौन 35, बस्ती 38, सिद्धार्थनगर 39, गाजियाबाद 42, भदोही 44, संभल 46 स्कूलों में ही ऑनलाइन कक्षाएं आवंटित हुईं।