शासन स्तर पर भले ही शिक्षकों के तबादले की सूची जारी कर दी गई। किंतु सीडीओ की अध्यक्षता वाली कमेटी की जांच कुछ जिलों में नहीं पूरी हुई। वहीं, कुछ जिलों में अन्य औपचारिकता नहीं पूरी की जा सकी।
इसकी वजह से अभी तक शिक्षकों को कार्यमुक्त व ज्वाइनिंग नहीं कराई जा सकी है। जबकि तीन जुलाई से विद्यालय खुल गए हैं। इसका असर पठनपाठन पड़ रहा है।