गोरखपुर: जनपद के दो स्कूलों कंपोजिट विद्यालय (संलग्न प्राइमरी) सराय गुलरिहा व बालापार में शनिवार मिड डे मील में कीड़े मिलने व बच्चों के बीमार पड़ने के *मामले को बेसिक शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है। बीएसए ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह सभी स्कूलों में पहले शिक्षकों द्वारा भोजन की गुणवत्ता जांच करेंगे। इसके बाद ही उसे बच्चों को दिया जाएगा। यदि किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी मिलती है. या फिर गड़बड़ी की आशंका होने पर उसे कतई बच्चों को नहीं देंगे।
मिड डे मील की गुणवत्ता की जांच करने के बाद ही बच्चों को भोजन देने का शासन का आदेश काफी पुराना है। शनिवार को सराय गुलरिहा में घटना घटी तो विभाग को पुराना आदेश याद दिलाने की नौबत
रविवार को भी दो बच्चे पहुंचे अस्पताल चरगांवा : मिड डे मिल खाने से बीमार चरगांवा विकास खंड के कंपोजिट विद्यालय सराय गुलरिहा के दो बच्चे रविवार को इलाज करने स्वास्थ्य केंद्र चरगांवा पहुंचे। जहां बीमार खुशबू व अनन्या का इलाज करने के बाद उन्हें दवा देकर घर भेज दिया गया। पीएचसी प्रभारी ने बताया कि दोनों बच्चे चक्कर, उल्टी व पेट में दर्द की शिकायत लेकर आए थे। दोनों को दवा देकर घर भेज दिया गया। इधर, मुख्य चिकित्साधिकारी आशुतोष कुमार ने इस मामले में स्वास्थ्य केंद्र से बीमार बच्चों का विवरण मांगा है। उन्होंने देखे गए मरीजों की संख्या, मरीजों की बीमारी का लक्षण सहित। उपलब्ध कराने का निर्देश चरगांवा प्रभारी डा. धनंजय कुशवाहा को दिया है।
यह था मामला
कंपोजिट विद्यालय सराय गुलरिहा और प्रा. विद्यालय बालापार में मिड-डे-मील करने के बाद 73 बच्चों तबीयत खराब होने लगी थी। प्रधान और अभिभावकों ने खाने में कीड़ा होने का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया था।
सभी खंड शिक्षाधिकारियों को इस संबंध में निर्देशित कर दिया गया है। सोमवार को सभी प्रधानाध्यापकों को लिखित आदेश जारी कर दिया जाएगा, ताकि वह इस नियम का अनिवार्य रूप से पालन करना सुनिश्चित कर सकें।
रमेंद्र कुमार सिंह, बीएसए