पयागपुर (बहराइच)। विकासखंड क्षेत्र में शिक्षकों के स्थानांतरण के बाद दो विद्यालय शिक्षकों के अभाव में बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं। जबकि क्षेत्र के करीब एक दर्जन विद्यालयों के नौनिहालों की पढ़ाई शिक्षमित्रों के भरोसे हो जाएगी।
शासन की स्थानांतरण नीति जिले के विद्यालयों पर भारी पड़ने लगी है। शासन की स्थानांतरण नीति से पयागपुर विकास खंड स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक मानवेंद्र सिंह व प्राथमिक विद्यालय कल्हवापुर में तैनात शिक्षिका प्रीति दिनकर व अलका का गैर जनपद स्थानांतरण हो गया है।
यहां स्थानांतरित हुए शिक्षक व शिक्षकों के अलावा कोई भी दूसरे शिक्षकों की तैनाती न होने से दोनों विद्यालय शिक्षकों के अभाव में बंद होने के कगार पर है।
वहीं क्षेत्र के करीब एक दर्जन ऐसे विद्यालय भी है, जहां शिक्षकों के स्थानांतरण होने के बाद विद्यालय के नौनिहालों के पठन पाठन की जिम्मेदारी अब शिक्षामित्रों के कंधों पर रहेगी। मामले में खंड शिक्षाधिकारी बीरेंद्रनाथ द्विवेदी ने बताया कि दो विद्यालय में दो शिक्षिकाएं व एक शिक्षक का गैर जनपद स्थानांतरण हो गया है.
ऐसे में इन विद्यालयों में अभी कोई भी शिक्षकों की तैनाती हुई है। उन्होंने बताया कि शिक्षकों के सत्यापन की प्रक्रिया अभी चल रही है। इसलिए अभी सही स्थित स्पष्ट नहीं हैं। लेकिन जहां भी दिक्कत होगी। वहां शीघ्र ही वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाएगी।