महराजगंज, परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को ड्रेस, बैग, स्टेशनरी, स्वेटर, जूता-मोजा खरीद के लिए शासन ने डीबीटी के माध्यम से प्रति छात्र 12 सौ रुपये की दर से धनराशि सीधे अभिभावकों के बैंक खाता में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पर, पंजीकृत छात्रों में से 21 हजार 388 छात्र-छात्रा ऐसे हैं, जिनमें से किसी के पास आधार कार्ड ही नहीं है, या उनका आधार प्रमाणित नहीं है। कुछ के आधार का प्रमाणीकरण लंबित है।
ऐसे बच्चों के अभिभावक अपने बैंक खाता को आधार से सीडेड करा लें। जिन पंजीकृत छात्रों का अभी तक आधार कार्ड नहीं बन पाया है, उनका आधार कार्ड बनवाकर उसे बैंक खाता से जोड़वा लें। अन्यथा उनके बच्चे ड्रेस्र बैग, स्टेशनरी आदि खरीदने के लिए शासन से जो धनराशि मिलनी है उससे वंचित हो सकते हैं।
1.91 लाख छात्रों का ही आधार प्रमाणित परिषदीय विद्यालय में शैक्षिक सत्र 2023-24 में 2 लाख 13 हजार 154 छात्र-छात्राओं का नामांकन है। इसमें से 1 लाख 91 हजार 766 छात्र-छात्राओं का ही आधार प्रमाणित है। 6937 छात्रों का आधार अप्रमाणित है। 11 हजार 517 छात्रों के पास आधार कार्ड उपलब्ध नहीं है। 2934 छात्र-छात्राओं ऐसे हैं जिनका आधार प्रमाणीकरण लंबित है।
1.62 लाख छात्रों के अभिभावकों के खाते में 19.51 करोड़ ट्रांसफर परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत बच्चों में 1 लाख 62 हजार 664 छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के खाते आधार सीडेड पाए गए।
इन छात्रों के अभिभावकों के खाते में प्रथम चरण में 12 सौ रूपया प्रति छात्र-छात्राओं की दर से डीबीटी के माध्यम से 19 करोड़ 51 लाख 96 हजार 800 रूपया 19 जुलाई को भेजा गया।
परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं को ड्रेस-बैग, स्वेटर, जूता-मोजा, स्टेशनरी आदि खरीद के लिए उनके अभिभावकों के खाते में धनराशि डीबीटी से भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि छात्रों का आधार कार्ड बनवाने व उसको बैंक खाता से सीडेड कराने के लिए प्रेरित कर प्रगति को बढ़ाएं। -श्रवण कुमार पटेल, बीएसए
सभी बीआरसी पर आधार कार्ड बनाने की सुविधा
परिषदीय विद्यालय में पंजीकृत बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए सभी ब्लाक संसाधन केन्द्र पर कम्प्यूटर व अन्य उपकरण मुहैया कराए गए हैं, लेकिन मानीटरिंग के अभाव में बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए अभिभावक भटक रहे हैं। ग्राहक सेवा केन्द्रों पर नया आधार कार्ड बनवाने के लिए डेढ़ सौ से दो सौ रूपया की वसूली हो रही है। बैंक व डाकघर में आधार बनवाने की सुविधा है, भीड़ के चलते आधार बनवाने में दिक्कत आ रही है। बैंक खाता को आधार से सीडेड कराने में भी अभिभावकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जिले के 21 हजार 388 विद्यार्थियों में से किसी के पास आधार कार्ड नहीं तो किसी का आधार प्रमाणित नहीं है