बाराबंकी। सरकारी शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का हाल देखकर बीएसए शनिवार को दंग रह गए। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पूरेडलई में 60 छात्राएं तो मिलीं, मगर वार्डेन समेत तीन शिक्षिकाएं नदारद थीं। वहीं प्राथमिक विद्यालय में एक्सपायर्ड हो चुकीं आयरन की गोलियां बरामद हुईं। मिड-डे मील चूल्हे पर बनता मिला तो कई अन्य गैरहाजिर मिले। इस पर वेतन रोकने के साथ ही स्पष्टीकरण मांगा है।
पूरेडलई ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय अजईमऊ पहुंचे बीएसए संतोष देव पांडेय को प्रधानाध्यापक आनंद प्रकाश गौतम नदारद मिले। यहां 110 बच्चों में केवल 49 मौके पर मिले। पता चला कि मिड-डे मील चूल्हे पर बनता है। छानबीन के दौरान बीएसए को विद्यालय के कार्यालय में करीब 20 डिब्बा आयरन की गोलियां मिलीं जो बीती जून में ही एक्सपायर्ड हो चुकी हैं। इससे नाराज बीएसए ने प्रधानाध्यापक समेत पूरे स्टाफ से स्पष्टीकरण तलब किया है।
इससे पहले करीब 12 बजे बनीकोडर के प्राथमिक विद्यालय असेना में प्रधानाध्यापक नरेंद्र कुमार वर्मा अनुपस्थित मिले। पढ़ाई का माहौल नहीं था। 264 में केवल 73 बच्चे ही मिले। पुस्तकों का वितरण नहीं पाया गया। तमाम बच्चे यूनीफार्म में नहीं थे। इस पर इनका एक दिन का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया। प्राथमिक विद्यालय दरियाबाद प्रथम में छात्र-छात्राएं परिसर में टहलते मिले। प्रधानाध्यापक सारिणी नहीं दे पाए तो बीएसए ने तीन दिवस में स्पष्टीकरण देने को कहा।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय दरियाबाद में 100 में मात्र 35 छात्राएं उपस्थित मिलीं। लेखाकार अनुपस्थित थीं। दोपहर करीब पौने दो बजे कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पूरेडलई में वार्डेन वीना सिंह, पूर्णकालिक शिक्षिका शोभा पांडेय, विजय लक्ष्मी तथा अंशकालिक शिक्षिका सुमनपाल अनुपस्थित मिलीं। जबकि उस समय 100 के सापेक्ष 60 छात्राएं मौजूद थीं। बीएसए संतोष देव पांडेय ने बताया कि सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। एक्सपायर्ड दवाओं को डिस्पोज कराया जाएगा। मामले की जांच की जा रही है।