महराजगंज : बीएसए कार्यालय में सोमवार को उस समय स्थिति असहज हो गई, जब एक नोटिस के सिलसिले में पनियरा क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय राजमंदिर के प्रधानाध्यापक अनिल तिवारी तुम कहने पर बीएसए पर भड़क उठे। उन्होंने कहा कि पुराणों में शिक्षक को भगवान के समान दर्जा दिया गया है और सम्मानित वर्ग के हैं। बातचीत भी सम्मानित ढंग से की जानी चाहिए। आप निलंबन या बर्खास्तगी की कार्रवाई कर सकते हैं। मेरा पक्ष सही रहेगा तो न्यायालय से बहाल होकर फिर वापस आ जाऊंगा। प्रधानाध्यापक के बिगड़े तेवर को देख जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शांत कराया और कक्ष में बैठाकर उनकी बात सुनीं।
छह अप्रैल को विभाग ने प्रधानाध्यापक को वन ग्राम बीट नर्सरी में शिक्षण कार्य के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत तैनात किया है। इसी मामले में राजमंदिर गांव के
प्रधान ने बीएसए कार्यालय को बताया था कि प्रधानाध्यापक कंपोजिट विद्यालय राजमंदिर में ही शिक्षण कार्य कर रहे हैं। इसी को लेकर विभाग की ओर से नोटिस जारी किया गया था।
उसी मामले में प्रधानाध्यापक बीएसए कार्यालय आए थे। प्रधान पुत्र को बीएसए के कक्ष में देख नाराजगी का इजहार किया। कहा कि यहां पर प्रधान के पुत्र का क्या काम। प्रधान पुत्र व प्रधानाध्यापक की अलग- अलग बात सुनी। प्रधानाध्यापक का कहना है कि विद्यालय में एमडीएम को लेकर ग्राम प्रधान से विवाद चल रहा है। प्रधान की बहू भी विद्यालय में अनुदेशक हैं। बीएसए श्रवण कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रधानाध्यापक का प्रधान के साथ मतभेद चल रहा है। प्रधानाध्यापक की बात सुनीं गई।