सीटें 2.30 लाख, आवेदन मात्र 60 हजार
कानपुर, डीएलएड की 2.30 लाख सीटों के लिए मात्र 60 हजार आवेदन किए गए हैं। ऐसे में डीएलएड संस्थानों पर बंदी का खतरा मंडराने लगा है। उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार को विशेष सचिव अखिलेश कुमार तिवारी से भेंट कर अगस्त तक आवेदन लिए जाने की मांग की ताकि डायट समेत संस्थानों को छात्र-छात्राएं मिल सकें।
एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी ने बताया कि अंतिम तिथि तक कुल सीटों के चौथाई आवेदन हुए हैं। इनमें से 50 फीसदी काउंसिलिंग में शामिल नहीं होंगे।
ऐसे में मात्र 30 हजार छात्र-छात्राएं ही प्रवेश लेंगे। 02 लाख सीटें खाली रह जाएंगी। डायट की सीटें भी नहीं भर सकेंगी। ऐसे में 90 फीसदी निजी संस्थानों के सामने संकट पैदा हो जाएगा। छात्र न मिलने से शिक्षकों का वेतन भी बाधित हो सकता है।
उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेश के विश्वविद्यालयों के स्नातक के रिजल्ट अब तक नहीं आए हैं। इस कारण से आवेदकों की संख्या बेहद कम है। विशेष सचिव से अगस्त तक अंतिम तिथि विस्तार की मांग की। उन्होंने बताया कि विशेष सचिव ने आश्वस्त किया है कि तिथि विस्तार की जाएगी।