सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में शुक्रवार को बढ़ोतरी कर दी। इसके तहत एक और दो साल की सावधि जमा पर 0.10 फीसदी और पांच साल के रिकरिंग डिपॉजिट (आरडी) पर 0.30 फीसदी की वृद्धि की गई है। नई दरें एक जुलाई 2023 से लागू होंगी। हालांकि, पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (पीपीएफ), बचत खाते, सुकन्या, किसान विकास पत्र, वरिष्ठ नागरिक जमा, राष्ट्रीय बचत पत्र समेत अन्य नौ योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बता दें कि सरकार द्वारा हर तिमाही में छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की समीक्षा की जाती है।
सरकार ने जुलाई-सितंबर 2023 तिमाही के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है। कुल 12 छोटी बचत योजनाओं में से केवल तीन में ब्याज बढ़ाया गया है। बाकी योजनाओं में पिछली तिमाही में लागू की गईं दरों को ही बरकरार रखा है। उम्मीद की जा रही थी कि सरकार इस बार पीपीएफ खाते की ब्याज दरों में वृद्धि कर सकती है लेकिन इसका इंतजार और बढ़ गया है। सरकार ने अप्रैल 2020 से पीपीएफ की दर में कोई बदलाव नहीं किया है।
7.1 फीसदी पर ही बरकरारएक अप्रैल 2020 से पहले पीपीएफ की ब्याज दर 7.9 फीसदी थी। कोरोना काल में सरकार ने अप्रैल-सितंबर 2020 तिमाही में कई बचत योजनाओं की ब्याज दरों में संशोधन करके उन्हें घटा दिया था। तब से पीपीएफ की ब्याज दर 7.1 फीसदी पर बनी हुई है। इस बीच ब्याज दरों में कई संशोधन हुए लेकिन पीपीएफ में बदलाव नहीं हुआ।
ब्याज दरों पर एक नजर
श्रेणी पहले अब
बचत खाता 04 04
एक साल की एफडी 6.8 6.9
दो साल की एफडी 6.9 7.0
तीन साल की एफडी 7.0 7.0
पांच साल की एफडी 7.5 7.5
आरडी 6.2 6.5
वरिष्ठ नागरिक जमा 8.2 8.2
एमआईएस 7.4 7.4
एनएससी 7.7 7.7
पीपीएफ 7.1 7.1
किसान विकास पत्र 7.5 7.5
सुकन्या समृद्धि 8.0 8.0
● (नई दरें 1 जुलाई से लागू होंगी