एटा। परिषदीय स्कूलों को आधुनिक बनाने के लिए बड़े स्तर पर अभियान शुरू हो गया है। स्कूलों के हेडमास्टर, शिक्षक व एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) को टैबलेट दिया जाएगा। इससे शिक्षकों और बच्चों की बायोमीट्रिक हाजिरी लगेगी। स्मार्ट स्कूल तैयार करने के साथ हर स्कूल में टैबलेट दिए जाएंगे। इसके अलावा बीआरसी पर तकनीकी सुविधा केंद्र स्थापित किया जाएगा। लखनऊ स्तर से जिले के 181 स्कूलों का चयन किया गया है।
जनपद में कुल 1691 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें 1129 प्राथमिक, 346 उच्च प्राथमिक तथा 216 कंपोजिट विद्यालय हैं। हर विद्यालय के हेडमास्टर सहित दो शिक्षकों को टैबलेट दिए जाएंगे। यहां करीब डेढ़ लाख विद्यार्थी पठन-पाठन करते हैं। टैबलेट के माध्यम से लखनऊ से निगरानी की जाएगी। विद्यार्थियों की उपस्थिति के साथ अन्य पहलुओं को देखा जाएगा। बीआरसी पर निगरानी के लिए तकनीकी सुविधा केंद्र स्थापित होंगे। इससे स्कूलों को जोड़ा जाएगा और हर स्थिति पर नजर रखी जाएगी। डीसी सामुदायिक सहभागिता अरुण शर्मा ने बताया कि लखनऊ स्तर से जिले के 181 विद्यालयों का चयन किया गया है। जहां टैबलेट वितरित किए जाएंगे। वहां ऑनलाइन निगरानी भी की जाएगी।