गोंडा। अंतरजनपदीय तबादले के 203 शिक्षकों ने जिले से जाने का मन अब बदल दिया। मनपसंद जिला न मिलने से उन्हें जिले के स्कूल ही भा रहे हैं। जिले से 644 शिक्षकों को उनके विकल्प के आधार पर स्कूलों का आवंटन हुआ था। सोमवार तक 441 ने ही कार्यमुक्ति ली। अब कार्यमुक्ति न लेने वाले 203 शिक्षकों से विभाग शपथ पत्र ले रहा है कि वे फिर से स्थानांतरण की मांग नहीं करेंगे।
बीएसए प्रेम चंद्र यादव ने बताया कि शपथ पत्र खंड शिक्षाधिकारियों के माध्यम से जमा कराए जा रहे हैं। जिले में कार्यरत शिक्षकों को तबादले का मौका शासन ने इस बार दिया था श्रेष्मावकाश के दौरान बेसिक शिक्षा विभाग ने 644 शिक्षकों का स्थानांतरण किया गया। शिक्षकों ने अपने गृह जनपद के साथ ही आसपास के जिलों को बतौर विकल्प में दर्ज किया था। स्थानांतरण की सूची जारी होने पर कुछ शिक्षकों को प्रथम वरीयता के जिले का आवंटन हो गया। इसके अलावा बड़ी संख्या में शिक्षकों को दूसरा व तीसरा विकल्प मिला। इससे कई शिक्षकों का मोहभंग हो गया और अब वह जिले से जाना ही नहीं चाहते हैं।
विभाग ने भी अब कार्यमुक्त न होने वाले शिक्षकों से शपथ पत्र मांगा है कि वे स्थानांतरण का दावा नहीं करेंगे। अक्सर शिक्षकों का मन बदल जाता था और फिर वे बाद में कार्यमुक्त होने के लिए प्रयास करने लगते थे। हाईकोर्ट तक पहुंच जाते थे, इसलिए अब शासन ने नया तरीका निकाल लिया है। वहीं, दूसरे जनपदों से 134 शिक्षकों को आना है।
644 में से 441 सहायक अध्यापक ही हुए कार्यमुक्त, शेष जिले में ही रुके