महराजगंज
बीएसए कार्यालय में चयन वेतनमान की ढाई साल से लंबित पत्रावली के मामले में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की शिकायत पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा के निर्देश पर एडी बेसिक मंगलवार को सुनवाई करेंगे। इसके लिए बीएसए के अलावा पटल सहायक व प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व जिला मंत्री को एडी बेसिक कार्यालय बुलाया गया है।
परिषदीय विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों ने बीएसए कार्यालय के एक बाबू पर चयन वेतनमान व दिव्यांग वाहन भत्ता की पत्रावली को जानबूझ कर पिछले ढाई साल से लटकाने का आरोप लगाया है। सात शिक्षक व कर्मचारियों ने शपथ पत्र के साथ शिकायत की है। बताया कि कुछ पत्रावली ढाई साल से लंबित है। शिक्षकों का कहना है कि चयन वेतनमान किसी शिक्षक या कार्मिक का एक ही पद पर 10 वर्ष की संतोषजनक सेवा पूर्ण करने के बाद मिलता है। शिक्षकों का यह भी आरोप है कि वर्ष 2021 में 69 हजार भर्ती में नियुक्त दिव्यांग शिक्षकों ने दिव्यांग वाहन भत्ता के लिए वर्ष 2022 में आवेदन किया, लेकिन दिव्यांग वाहन भत्ता का आदेश जारी नहीं हो पाया है।
आपत्तियों पर शिक्षकों ने उठाया सवाल
चयन वेतनमान के आवेदन पर कार्यालय के पटल सहायक द्वारा लगाए गए आपत्तियों पर शिक्षकों ने सवाल उठाया है। उनका कहना है कि अपर मुख्य सचिव ने 13 मई 2021 को आदेश जारी कर सेवा संबंधी मैनुअल अभिलेख(सेवा पुस्तिका) की मान्यता को समाप्त किया, केवल आनलाइन जारी सर्विस बुक को ही मान्य किया है। शिक्षकों का आरोप है कि 24 जून 2021 को पटल सहायक ने ऑफ लाइन सर्विस बुक में एंट्री नहीं होने का आपत्ति लगाया। शिक्षकों का कहना सर्विस बुक के लेखाजोखा की जिम्मेदारी बीईओ की है।
शिक्षकों की शिकायत पर प्राशिसं ने भेजा था पत्र
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष केशव मणि त्रिपाठी व जिला मंत्री सत्येन्द्र कुमार ने शिक्षकों की शिकायत पर बीते बीस जून को महानिदेशक को पत्र भेजा था। पत्र के मुताबिक अकेले सदर ब्लाक के राबिया खातून, नगीना खरवार, प्रियंका आर्य, सत्यनारायण साहनी, उस्मान गनी निजामी आदि शिक्षकों का चयन वेतनमान की पत्रावली 3 वर्ष से लेकर 6 माह के बीच से लंबित है।