प्रतापगढ़, जिले के बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में अब मूलभूत सुविधाओं की पोल खुलेगी। अधिकतर स्कूलों का आलम यह है कि बच्चों को पीने के लिए साफ पानी की व्यवस्था नहीं है। कई इंटर कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें अब तक बिजली का कनेक्शन और पंखे नहीं लगे हुए हैं। शासन ने सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों का निरीक्षण करके इसकी जांच कराने को कहा है।
बेसिक शिक्षा विभाग के 2264 परिषदीय स्कूल, 83 सहायता प्राप्त जूनिहर हाइस्कूल और माध्यमिक शिक्षा विभाग के 38 राजकीय और 70 सहायता प्राप्त कॉलेजों में प्रतापगढ़ जिले के बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में अब मूलभूत सुविधाओं की पोल खुलेगी। अधिकतर स्कूलों का आलम यह है कि बच्चों को पीने के लिए साफ पानी की व्यवस्था नहीं है। कई इंटर कॉलेज ऐसे हैं, जिनमें अब तक बिजली का कनेक्शन और पंखे नहीं लगे हुए हैं। शासन ने सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों का निरीक्षण करके इसकी जांच कराने को कहा है।
बेसिक शिक्षा विभाग के 2264 परिषदीय स्कूल, 83 सहायता प्राप्त जूनिहर हाइस्कूल और माध्यमिक शिक्षा विभाग के 38 राजकीय और 70 सहायता प्राप्त कॉलेजों में मूलभूत सुविधाओं की जांच करने के लिए पांच से 31 जुलाई तक अभियान चलाया जाएगा है। जांच टीम में शामिल अधिकारी स्कूलों में पहुंचकर बच्चों को साफ पानी, जाएगा। शौचालय, बिजली, पंखा के साथ ही एमडीएम की जांच करेंगे।
माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की जांच डीआईओएस और बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की जांच बीएसए को कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। निरीक्षण के दौरान देखा जाएगा कि विद्यालयों में शुद्ध पेयजल, शौचालय आदि जरूरी सुविधाएं हैं या नहीं। शिक्षक समय पर आ रहे हैं, या नहीं। छात्रों की संख्या व किताब वितरण की क्या स्थिति है।