,कुशीनगर
अंतरजनपदीय स्थानांतरण के लिए 223 शिक्षकों ने असाध्य और 417 शिक्षकों ने पति-पत्नी सरकारी सेवा का दिया था हवाला
पडरौना। अंतरजनपदीय स्थानांतरण के लिए भारांक की जांच के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय टीम ने रविवार को प्राप्त सभी आवेदनों की जांच की। इसमें 304 शिक्षकों के आवेदन सही नहीं मिलने पर उसे निरस्त कर दिया, जबकि 428 शिक्षकों का आवेदन सही मिला।
अंतरजनपदीय स्थानांतरण के लिए भारांक की जांच के लिए सीडीओ की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय टीम गठित की गई थी। इसमें बीएसए के अलावा सीएमओ, सीएमएस और डीडीओ को जांच अधिकारी नामित किया गया था। गठित जांच टीम ने भारांक के तहत प्राप्त आवेदनों की जांच की।
इसमें कुल प्राप्त 722 आवेदनों में 418 आवेदन सही मिले, जबकि 304 आवेदन गलत पाए गए। बीएसए डॉ. रामजियावन मौर्या ने बताया कि दिव्यांग के तहत कुल 65 शिक्षकों ने आवेदन किया था। इसमें पांच के आवेदन निरस्त कर शेष 60 शिक्षकों के आवेदन स्वीकार किए गए हैं।
इसी तरह असाध्य रोक के तहत प्राप्त कुल 223 में से 36 आवेदन स्वीकार किए गए हैं, जबकि 187 आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। एक अभिभावक के तहत आए कुल 17 में से दस स्वीकार किए गए हैं, जबकि सात को आवेदन निरस्त और 417 शिक्षकों ने पति-पत्नी दोनों सरकारी सेवा का हवाला दिया था।
जांच के दौरान 312 आवेदन सही मिले हैं, जबकि 105 आवेदन गलत मिलने पर उसे निरस्त कर दिया गया है। बीएसए ने बताया कि अंतरजनपदीय स्थानांतरण के तहत स्थानांतरित शिक्षकों से स्थानांतरण प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली गई। इसमें सभी शिक्षक संतुष्ट दिखे।