लखनऊ। प्रदेश में बेसिक के विद्यालयों में डिजिटल पठन-पाठन की व्यवस्था को आगे बढ़ाने के साथ ही अब यहां के आवश्यक दस्तावेज व रजिस्टर को भी डिजिटलाइज करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शासन ने विद्यालयों में प्रयोग किए जाने वाले 12 रजिस्टर को डिजिटल करने का निर्देश दिया है। आगे चलकर इन रजिस्टर पर ऑनलाइन रियल टाइम अपडेशन किया जाएगा।
शासन ने कहा है कि विद्यालय में प्रयोग किए जाने वाले उपस्थिति रजिस्टर, प्रवेश रजिस्टर, कक्षावार छात्र उपस्थिति रजिस्टर, एमडीएम रजिस्टर, समेकित निशुल्क सामग्री वितरण रजिस्टर, स्टॉक रजिस्टर डिजिटलाइज किया जाएगा इसके अलावा आय-व्यय व चेक जारी करने वाला रजिस्टर, बैठक रजिस्टर, निरीक्षण रजिस्टर, निरीक्षण रजिस्टर, पत्र व्यवहार रजिस्टर, बाल गणना रजिस्टर पुस्तकालय व खेलकूद रजिस्टर को भी डिजिटलाइज किया जाएगा।
इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग प्रेरणा पोर्टल पर डिजिटल रजिस्टर के नाम से नया मॉड्यूल विकसित करेगा। इन रजिस्टर के ऑनलाइन होने के बाद इनके प्रयोग के लिए शिक्षकों व अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। डिजिटल रजिस्टर का प्रयोग जिस दिन से प्रभावी होगा, उस दिन से इनमें सभी एंट्री ऑनलाइन की जाएंगी। जबकि पूर्व के अभिलेख विद्यालय स्तर पर ही संरक्षित किए जाएंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा है कि शिक्षक व प्रधानाध्यापक डिजिटल रजिस्टर एप का प्रयोग अपने मोबाइल/ स्मार्टफोन से करते हुए सभी सूचनाओं को अपलोड करेंगे। बीईओ, बीएसए, सीडीओ, डीएम व राज्य स्तर के अधिकारी इससे संबंधित सूचनाओं को प्रेरणा एप पर देख सकेंगे। रजिस्टर के डिजिटल होने के बाद किसी भी तरह के रजिस्टर का प्रयोग विद्यालय या अन्य स्तर पर नहीं किया जाएगा। डिजिटल रजिस्टर में दर्ज सूचनाएं ही प्रामाणिक मानी जाएंगी। इससे पारदर्शिता आएगी और डाटा में किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी।