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जौनपुर। परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों, कंपोजिट स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने, वहां का माहौल बेहतर बनाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन कुछ स्कूलों की दशा सुधर नहीं रही है। बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल ने शनिवार को प्राथमिक विद्यालय बबुरा बदलापुर हुआ। का निरीक्षण किया तो यहां कई खामियां मिलीं।
पता चला कि महज 28.38 फीसदी बच्चे ही स्कूल आए थे। एमडीएम बनाने में भी कोरमपूर्ति की गई। मीनू के अनुसार चावल और दाल बनना चाहिए था, लेकिन बच्चों
महज 28 फीसदी छात्र ही पहुंचे स्कूल, बीएसए के निरीक्षण में खुली पोल
को खिचड़ी खिलाकर घर भेज दिया गया। यहां की प्रधानाध्यापक और एक सहायक अध्यापक का वेतन रोक दिया गया है। बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल ने बताया कि निरीक्षण एक बजकर 50 मिनट पर
यहां शिक्षक उपस्थिति पंजिका देखने पर पता चला कि सहायक अध्यापिका सपना देवी अनाधिकृत रूप से बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित हैं। सहायक अध्यापक भूमिका त्रिपाठी आकस्मिक अवकाश पर हैं। कुल नामांकित
छात्र 129 के सापेक्ष सिर्फ 22 उपस्थित मिले। छात्र उपस्थिति पंजिका भी अपडेट नहीं मिली। विद्यालय को शैक्षिक सत्र 2022- 23 में प्राप्त पचास हजार रुपये के आय-व्यय का विवरण प्रधानाध्यापिका संगीता सिंह नहीं दे सकीं। परिसर गंदा पाया गया। मल्टीपल हैंडवास टूटे मिले। एक कक्ष जर्जर होने पर प्रधानाध्यापिका को भवन मे कक्षा संचालन तत्काल बंद करने के लिए कहा गया। मध्यान्ह भोजन मीनू के अनुसार नहीं मिला। एमडीएम का रजिस्टर भी अपडेट नहीं मिला। ऐसे में यहां की प्रधानाध्यापिका का अग्रिम आदेश तक और शिक्षिका का निरीक्षण तिथि का वेतन रोका गया।