शिकंजा छात्रवृत्ति घोटाले में हरदोई के दो कॉलेज प्रबन्धक समेत तीन गिरफ्तार
नोडल अफसर ने अपने कॉलेज की आईडी दी
एसआईटी की जांच में यह भी सामने आया कि जेपी वर्मा इंटर कॉलेज के नोडल अधिकारी दुबग्गा, प्रगति विहार निवासी यशवन्त कनौजिया ने ईडी द्वारा गिरफ्तार हाईजिया ग्रुप के कर्मचारी रवि प्रकाश गुप्ता से मिलकर बैंक खाते खोले। उसने ही रवि को अपने कॉलेज की लॉगिंग आईडी व पासवर्ड दिया था। बुधवार को इस बारे में कई सवालों के जवाब भी वह एसआईटी के सामने नहीं दे सका। इसी जेपी वर्मा कॉलेज के प्रबन्धक हरदोई के कासिमपुर, गौसगंज निवासी विवेक कुमार ने फर्जी दस्तावेज से यह घोटाला किया।
लखनऊ। छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने बुधवार को हरदोई के जगदीश प्रसाद वर्मा इंटर कॉलेज (जेपी वर्मा इंटर कॉलेज) के प्रबन्धक (मालिक) विवेक कुमार, यहां के नोडल अफसर यशवन्त कनौजिया और आरपी इंटर कॉलेज की प्रबन्धक पूनम वर्मा के भाई अभिनव कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों को एसआईटी ने बुधवार को बुलाया था। दो घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तारी की गई।
इससे पहले इन आरोपितों से अलग-अलग समय में एसआईटी तीन बार पूछताछ कर चुकी थी। एसआईटी ने तीनों को हजरतगंज पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने इन्हें कोर्ट में पेश किया जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया। इस घोटाले में अब छह लोग जेल जा चुके हैं। अभी कई और पर कार्रवाई होनी है। जांच में अब तक 65 करोड़ का घोटाला होने की पुष्टि हो चुकी है। हजरतगंज थाने के कार्यवाहक इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार ने बताया कि 65 करोड़ के घोटाले की पुष्टि होने पर तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया।
बहन को प्रबन्धक बनाया, खुद करता रहा संचालन एसआईटी को साक्ष्य मिले कि हरदोई के बहरा सौदागार, पूर्वी निवासी अभिनव कनौजिया ने आरपी इंटर कॉलेज खोला और यहां अपनी बहन पूनम वर्मा को प्रबन्धक बनाया पर सारा संचालन खुद करता रहा। उसने छात्रवृत्ति हड़पने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए। हाईजिया ग्रुप के जाफरी बंधुओं के साथ मिलीभगत कर फर्जीवाड़ा किया। उसकी बहन जांच में निर्दोष मिली। उसे अभिनव की इस करतूत की कोई जानकारी नहीं थी।