यूपी विधानसभा में बुधवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रदेश के 20 लाख से ज्यादा राज्य कर्मचारियों को पुरानी पेंशन देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य कर्मचारियों के संगठनों की सहमति पुरानी पेंशन लागू की गई थी । कर्मचारियों को नई पेंशन योजना 9.32 फीसदी से ज्यादा ब्याज मिल रहा है। सरकार के जवाब से नाराज समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
पुरानी पेंशन के मुद्दे पर सपा का बहिर्गमन,
लखनऊ, । विधानसभा में बुधवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रदेश के 20 लाख से ज्यादा राज्य कर्मचारियों को पुरानी पेंशन देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य कर्मचारियों के संगठनों की सहमति से पुरानी पेंशन लागू की गई थी। कर्मचारियों को नई पेंशन योजना में 9.32 फीसदी से ज्यादा ब्याज मिल रहा है। सरकार के जवाब से नाराज समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया।
प्रश्नकाल में समाजवादी पार्टी के अनिल प्रधान, पंकज मलिक, जय प्रकाश अंचल ने जानना चाहा कि क्या सरकार राज्य कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन लागू करेगी। अनिल प्रधान ने कहा कि नई पेंशन योजना कर्मचारियों के हित में नहीं है। जो कर्मचारी 80 से एक लाख रुपये तनख्वाह पा रहे थे, उन्हें अब तीन से चार हजार रुपये पेंशन मिल रही है। सपा के पंकज मलिक ने मुजफ्फरनगर का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के रामदास 80 हजार रुपये वेतन पा रहे थे, उन्हें अब 3200 पेंशन मिल रही है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सपा को घेरते हुए कहा कि जब यह पेंशन योजना लागू हुई थी तब एक अप्रैल 2005 को किसकी सरकार थी। सुरेश खन्ना ने कहा कि नई पेंशन में अब कर्मचारियों को 9.32 फीसदी ब्याज मिल रहा है। उन्होंने सरकार की वित्तीय स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि पेंशन व वेतन में राज्य सरकार का 59.4 फीसदी खर्च हो रहा है।