BEd Ruckus ~
मुझे एक बात समझ नहीं आ रही है कि दोनों ही खेमों ने इतना हंगामा या कह दो हर्षों उल्लास क्यों कर रखा है जबकि माननीय उच्च न्यायालय राजस्थान का निर्णय जिस पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने मुहर लगाई है वो केवल TECHNICAL GLITCH है नाकि BEd की validity पर कोई MERIT/DEMERIT की बात है उसमें, जो कार्य MHRD को नही करना था वो किया जिस पर कोर्ट ने इसको POLICY MATTER नही माना और ACADEMIC AUTHORITY द्वारा जो कार्य किया जाना था उस पर नाराज़गी जताई इसके अलावा जजमेंट में BEd क्यों वैध नही है इसके MERIT/DEMERIT पर कोई बात नही है |
NCTE academic authority है जिसको शिक्षकों के चयन की न्यूनतम वैधता को आँकना होता है और उस पर मुहर लगानी होती है और BEd न्यूनतम से अधिक ही है, न जाने बाबुओं द्वारा की गई इधर उधर की ग़लतियों को BEd की वैधता पर ही प्रश्न लगा रहे हैं कुछ महानुभाव, हँसी आती है ऐसे लोगों पर मुझे, JUNE/28/2018 का notification रद्द क्यों हुआ पहले अधिवक्ताओं से पूछें कि क्या MAJOR कारण रहा |