परीक्षा में फर्जी प्रमाण पत्र लगाए, केस
लखनऊ, दरोगा भर्ती परीक्षा में चयन के लिए दो अभ्यर्थियों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित कोटे का प्रमाण पत्र लगाए थे। जो जांच में फर्जी पाए गए। आरोपियों के खिलाफ एसपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने हुसैनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
पुलिस अधीक्षक प्रेमचंद्र ने बताया कि उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस एवं समकक्ष पदों पर सीधी भर्ती 2020-2021 का आयोजन हुआ था। जिसमें बुलंदशहर के थाना खुर्जानगर स्थित समसपुर निवासी विक्रांत और राहुल रावत ने अन्य पिछड़ा वर्ग एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित के रूप में आवेदन किया था।
चयन प्रक्रिया के दौरान अभिलेखों की जांच और शारीरिक मानक परीक्षण में दोनों अभ्यर्थियों ने जिला मजिस्ट्रेट बुलंदशहर कार्यालय से जारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित का प्रमाण पत्र पेश किया था।
एसपी ने बताया कि विक्रांत और राहुल रावत अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी के अंतर्गत स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित के रूप में उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस के पद पर चयनित होकर पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय सुल्तानपुर में ट्रेनिंग कर रहे हैं। इसी बीच पीटीसी सुल्तानपुर के एसपी ने भर्ती बोर्ड को जानकारी दी कि दोनों प्रशिक्षु दरोगा के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित प्रमाण पत्रों को जिलाधिकारी कार्यालय बुलंदशहर सत्यापन के लिए भेजे। पता चला कि दोनों प्रमाण पत्र जाली हैं।
प्रशिक्षु दरोगा राहुल रावत और विक्रांत ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रित का फर्जी प्रमाण जमा कर आरक्षण हासिल कर चयन प्राप्त कर लिया। पीटीसी सुल्तानपुर एसपी ने दोनों के खिलाफ कारवाई के लिए भर्ती बोर्ड को पत्र भेजा। जिसके बाद भर्ती बोर्ड के एसपी प्रेमचंद्र ने हुसैनगंज कोतवाली में शिकायत की। जिसके आधार पर विक्रांत और राहुल रावत के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज हुई है।