लेखा कार्यालय के बाबुओं की कार्यशैली से नाराज शिक्षक शिक्षिकाओं का कभी भी फूट सकता है गुस्सा!
लखनऊ। शराफत के आवरण में छिप थे, नजर आने लगे हैं, असलियत क्या है, कारनामें बताने लगे हैं। जी हां, सच्चाई, ईमानदारी और नैतिकता के लबादे में छिपे लेखाकार्यालय के बाबुओं के कारनामों ने उनकी हकीकत को बेनकाब कर दिया है। जिलेभर के शिक्षक शिक्षिकाएँ लेखाकार्यालय के बाबुओं की कार्यशैली से पूरी तरह से त्राहि त्राहि कर रहे हैं। लेखाकार्यालय की घोर लापरवाही के चलते शिक्षक शिक्षिकाओं का जुलाई माह का वेतन फंसा हुआ है। बाबुओं की कार्यशैली से नाराज जिलेभर के शिक्षक शिक्षिकाओं का गुस्सा कभी भी फूट सकता है।
बताते चलें कि विद्यालय
में कार्यरत शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थिति पोर्टल के माध्यम से माह की 21 से 23 तारीख तक लॉक होती है उसके पश्चात् बीआरसी स्तर पर
24 से 25 तारीख में (ब्लाक की उपस्थिति लॉक कर लेखाकार्यालय को भेज दी जाती है उसके बाद 5 दिन लेखाकार्यालय को मिलते हैं। लेखाकार्यालय में शिक्षकों के वेतन संबंधी कार्य पूर्ण कर उनके वेतन को खातों तक पहुंचाया जाता है। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ उन्नाव के जिला उपाध्यक्ष वेद नारायण मिश्रा ने बताया कि ज्यादातर शिक्षकों के लोन की ईएमआई जाती है जो कि वेतन न आने के कारण अब उनकी ईएमआई बाउंस होगी और पेनाल्टी भी उन्हें अलग से देना पड़ेगा। बाबुओं की लापरवाही के खामियाजे की भरपाई
शिक्षक खुद करेगा। जिला उपाध्यक्ष वेद नारायण मिश्रा ने ही बताया कि संगठन के हस्तक्षेप से बहुतों की दुकानें बंद हो गयी हैं। जो भ्रष्टाचारियों
को नागवार गुजर रहा है। जिसके चलते शिक्षक शिक्षिकाओं का वेतन लटका कर हैरान और परेशान किया जा रहा है। लेखा कार्यालय के बेलगाम हो चुके बाबू दिनभर कार्यालय के सामने स्थित कैंटीन में
बैठकर चाय की चुस्कियों के साथ एरियर बिलों के भुगतानों की डीलिंग में व्यस्त रहते हैं। जिसकी वजह से जिलेभर के शिक्षक शिक्षिकाओं का वेतन समय से नहीं भुगतान हो पा रहा है। वित्त एवम् लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा) के पद पर अनिल कुमार दुबे को नियुक्त किया गया तो लगा कि कुछ हद तक अब लेखाकार्यालय सुधरेगा लेकिन बाबुओं की कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं दिख रहा है। जिस ढर्रे पर पहले काम कर रहे थे आज भी उसी ढर्रे पर काम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ उन्नाव के वरिष्ठ उपाध्यक्ष वेद नारायण मिश्र ने बताया कि शिक्षक शिक्षिकाओं के शोषण में जो भी भ्रष्टाचारी लिप्त है। उनके खिलाफ जल्द ही संगठन द्वारा निर्णय लिया जाएगा और जिलाधिकारी महोदया के साथ-साथ माननीय मुख्यमंत्री से भी शिकायत की जाएगी।