महराजगंज,। परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के मूल जनपद में स्थानांतरण प्रक्रिया में देरी पर शनिवार की देर शाम को सदर बीआरसी में हंगामा हो गया। सदर बीआरसी पर स्थानांतरित होने वाले दो दर्जन शिक्षकों को बुलाया गया था, लेकिन रात तक उनकी फाइल आगे नहीं बढ़ाने पर शिक्षकों का सब्र टूट गया। देरी पर शिक्षक संघ के पदाधिकारियों और बीईओ सदर हेमन्त मिश्रा के बीच नोकझोंक भी हुई। जानबूझकर देरी करने का आरोप लगा।
शासन के निर्देश पर शिक्षकों के तबादले के बाद उन्हें रिलीव किया जाना है। सदर बीआरसी पर सदर ब्लाक के 22 शिक्षकों को कार्यमुक्ति की कार्यवाही के लिए बुलाया गया था। लेकिन रात तक अधिकांश शिक्षिकाओं के कार्यमुक्त की फाइल आगे नहीं बढ़ाई गई। कोई न कोई कमी बताकर लटका दिया गया। सूचना पाकर प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी बैजनाथ सिंह व अखिलेश पाठक समेत अन्य पहुंच गए। देरी का कारण पूछा तो बीईओ से बहस शुरू हो गई। शिक्षकों ने कार्यमुक्ति के नाम पर सुविधा शुल्क मांगने का भी आरोप लगाया। शिक्षक नेताओं के पहुंचने के बाद बीईओ ने शिक्षकों की पत्रावली पर हस्ताक्षर कर आगे बढ़ाया। इसके बाद शिक्षिका रोली, रूपल, अंकिता सिंह, जया सिंह, प्रियंका, सरिता आदि शिक्षिकाओं ने राहत की सांस ली। खंड शिक्षा अधिकारी सदर हेमंत कुमार मिश्रा का कहना रहा कि जो शिक्षक देर से आए थे उनका कार्य पहले कैसे हो पाएगा? सभी की फाइल संस्तुति कर दी गई है।
कार्यमुक्ति के लिए देर रात तक जमे रहे शिक्षकः महराजगंज। बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों से स्थानांतरित जिले में जाने के लिए कार्यमुक्ति के लिए शनिवार को बीएसए कार्यालय पर देर रात तक शिक्षक जमे रहे। आठ बजे तक 123 शिक्षक कार्यमुक्त किए जा चुके थे। खंड शिक्षा अधिकारी से फाइल को स्वीकृत कराकर शिक्षक बीएसए कार्यालय पहुंचे थे, जहां बीएसस कार्यालय द्वारा स्थानांतरित जिले के लिए कार्यमुक्त किया गया।