हमीरपुर । बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी अभिलेखों के बूते मास्साब बनकर बैठे शिक्षकों की एसटीएफ द्वारा की जा रही गोपनीय जांच की आंच दो शिक्षकों तक पहुंच गई है। एसटीएफ ने इन दोनों का शैक्षणिक शिजरा तलब कर लिया है। हालांकि एसटीएफ ने जिस विद्यालय का नाम लेकर एक शिक्षक के शैक्षणिक अभिलेख तलब किए थे, उस नाम का कोई भी शिक्षक संबंधित विद्यालय में नहीं मिला है। हालांकि एक अन्य सहायता प्राप्त विद्यालय में उसी नाम के मिले शिक्षक की समस्त जानकारियां एसटीएफ को भेजी गई हैं। जबकि दूसरे अध्यापक की जानकारी बांदा बेसिक शिक्षा विभाग से लेने का अनुरोध किया गया है।
प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी तरीके से भर्ती शिक्षकों की जांच एसटीएफ द्वारा गोपनीय तरीके से की जा रही है। जांच में जनपद के गोहांड ब्लाक के दो परिषदीय शिक्षकों के अभिलेखों में गड़बड़ी की आशंका है। इन दोनों के बारे में एसटीएफ जानकारी जुटाने में जुटी हुई है। बीते जून माह में एसटीएफ ने इन दोनों शिक्षकों के समस्त शैक्षणिक अभिलेखों के बारे में बेसिक शिक्षाधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी।
इसमें एक शिक्षक की तैनाती स्थल गोहांड ब्लाक के जिस विद्यालय को बताया गया था, वहां उस नाम का कोई भी शिक्षक नहीं मिला है। हालांकि वैसे ही नाम का एक शिक्षक ब्लाक के सहायता प्राप्त उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात है। इस अध्यापक के बारे में संबंधित विद्यालय के प्रबंधक को पत्र लिखकर बेसिक शिक्षा विभाग ने जानकारी तलब की थी। 23 जून को विद्यालय के प्रबंधक ने संबंधित अध्यापक के विरुद्ध जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें कहा है कि उनके समस्त शैक्षिक अभिलेखों को सत्यापन के लिए संबंधित बोर्ड/विवि को रजिस्टर्ड डाक से प्रेषित किया गया था, लेकिन अभी तक सत्यापन आख्या नहीं मिली है। हालांकि प्रबंधक ने प्रेषित किए गए अन्य शैक्षिक अभिलेखों, नियुक्ति से संबंधित समस्त प्रपत्रों की छाया प्रतियां विभाग को भेज दी हैं।
दूसरे अध्यापक अभी हाल ही में बांदा से स्थानांतरित होकर आए हैं। उनकी भी गोहांड ब्लाक के परिषदीय विद्यालय में तैनाती है। जिनके समस्त अभिलेखों का सत्यापन बांदा बेसिक शिक्षा विभाग से कराया गया है। इनके बारे में जानकारी लेने को एसटीएफ से बांदा बेसिक शिक्षा विभाग से पत्राचार करने का अनुरोध किया गया है।