भनवापुर, हिन्दुस्तान संवाद। भनवापुर क्षेत्र के प्राथमिक व संविलियन विद्यालयों में जिम्मेदारों की लापरवाही से शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है। क्षेत्र के अधिकतर विद्यालयों में तैनात शिक्षकों के सापेक्ष आधे ही मिले। आधे नदारद रहकर बच्चों की शिक्षा व्यवस्था चौपट कर रहे हैं। हिन्दुस्तान टीम ने मंगलवार को परिषदीय स्कूलों की पड़ताल की तो यह सच्चाई सामने आई। अधिकतर स्कूलों में मिडडेमील में मीनू का पालन नहीं हो रहा है। कई में मिडडेमील बनता ही नहीं है। कई बच्चे बिना ड्रेस के स्कूल पहुंचे थे। पेश है एक रिपोर्ट… ।
प्राथमिक विद्यालय अंदुआ शनिचरा समय: प्राथमिक विद्यालय अंदुआ शनिचरा में मंगलवार की सुबह 10 बजे 111 नामांकित बच्चों में से 65 उपस्थित रहे। बच्चे बरामदे में बैठकर पढ़ते दिखे। यहां चार शिक्षकों- शिक्षामित्रों की तैनाती है। मौके पर सहायक अध्यापक श्रीराम और शिक्षामित्र रामराज ही मौजूद मिले।
प्राथमिक विद्यालय पिकौरा
समयः प्राथमिक विद्यालय पिकौरा में मंगलवार की सुबह 10:30 बजे बच्चे स्कूल के बाहर घूमते दिखे। सिर्फ पांच बच्चे कमरे में पढ़ते मिले। विद्यालय में चार लोगों की तैनाती है। यहां सिर्फ प्रधानाध्यापक तजम्मुल हुसैन मौजूद मिले। यहां 91 बच्चों में से सिर्फ 15 ही मौजूद मिले। यहां मिडडेमील भी नहीं बन रहा था। प्रधानाध्यापक ने बताया कि चावल न होने से भोजन नहीं बन पाया है।
संविलियन विद्यालय भरवठिया बाजार:
संविलियन विद्यालय भरवठिया बाजार में मंगलवार को 11 बजे बच्चों के खाने में दाल-चावल की जगह सोयाबीन आलू की सब्जी व चावल बना था। बच्चों ने बताया कि फल व दूध कभी नहीं मिलता है। यहां 524 नामांकित बच्चों में मात्र 95 मौजूद मिले। अध्यापक शूर्यवीर सिंह यादव ने बताया कि प्रधानाध्यापक कई दिनों से मेडिकल पर हैं।
प्राथमिक विद्यालय डुमरिया, समयः प्राथमिक विद्यालय डुमरिया में 102 बच्चों का नामांकन है। यहां 35 बच्चे मौजूद मिले। खाने में मीनू चावल दाल की जगह सब्जी- चावल बना था। विद्यालय भवन जर्जर होने से अतिरिक्त कक्षा कक्ष में पढ़ाई चल रही थी। सहायक अध्यापक रमेश सिंह ने बताया कि चार शिक्षकों की जगह पर तीन मौजूद हैं। प्रधानाध्यापक राम दिनेश मिश्र तीन दिन से छुट्टी पर हैं।
प्राथमिक विद्यालय रुद्रौलियाः प्राथमिक विद्यालय रुद्रौलिया के फील्ड में पानी भरा था। दो के स्टाफ में दोनों मौजूद मिले। इंचार्ज प्रधानाध्यापक बृजेश कुमार ने बताया कि 74 बच्चे नामांकित हैं, 35 बच्चे मौजूद मिले।