नई दिल्ली: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अमल पर रोक लगाने के कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बयान पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को तीखी प्रतिक्रिया दी । कहा- वह सिर्फ दिल्ली में बैठे अपने आकाओं को खुश करने के लिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। ये पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। उन्हें कर्नाटक के बच्चों के हितों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर बयानबाजी से परहेज करना चाहिए। बता दें कि डीके शिवकुमार ने सोमवार को अपने एक बयान में नीति के अमल पर रोक लगाने का एलान किया था।
केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आजादी के बाद शिक्षा को लेकर सर्वसम्मति से बने दस्तावेज को लेकर इस तरह की बात करना उनकी छोटी सोच और घटिया राजनीति को दर्शाता है। उन्हें ऐसी घटिया राजनीति की बजाय देश हित की चिंता करनी चाहिए। कर्नाटक के बच्चों का हित देखना चाहिए। उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा, ‘क्या डीके शिवकुमार नहीं चाहते हैं कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप कर्नाटक के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले ? वहां के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाए? बच्चों की स्थानीय भाषा में पढ़ाई कराई जाए? उन्हें देश के दूसरे बच्चों के मुकाबले प्रतिस्पर्धी बनाया जाए?’ उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि कोई प्रगतिवादी सोच रखने वाला व्यक्ति इस तरह की बात करेगा। निश्चित ही इसके पीछे राजनीति है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आने के बाद कर्नाटक ही देश का ऐसा पहला राज्य थ, जिन्होंने सबसे पहले इसे लागू करने का एलान किया था। वर्ष 2020 में आई इस नीति के अमल को लेकर कर्नाटक ने पिछले तीन साल में कई बड़े कदम उठाए हैं।