छठ पर्व के नजदीक आने के साथ ही भोजपुरी समाज ने सार्वजनिक अवकाश की मांग को प्रबल कर दिया है। बुधवार को अखिल भारतीय भोजपुरी महासभा ने मानव श्रृंखला बनाकर मांग उठाई कि छठ पूजा पर अवकाश घोषित किया जाए। इसके अलावा भोजपुरी को आठवीं अनुसूची यानि कि संवैधानिक दर्जा दिया जाए।
हर जगह मनाया जाता है छठ पर्व
अखिल भारतीय भोजपुरी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय छठ पूजा समिति अध्यक्ष संतोष गहमरी ने विजय नगर चौराहे पर मानव श्रृंखला बनाकर अवकाश की मांग उठाई। कहा कि पूर्वांचल व बिहार के 10 लाख से ज्यादा लोग छठ पूजा कानपुर में करते हैं। दिल्ली, बिहार और अन्य राज्यों से भी आकर लोग छठ पर्व यहां मनाते हैं। पर्व मनाने के लिए लोगों को छुट्टियां तक नहीं मिल पाती हैं।
कहा कि कोई नेता आवाज नहीं उठाता है
अध्यक्ष ने कहा कि भोजपुरी महासभा के लोग जल्द ही सांसद व विधायकों के आवास पर जाकर ज्ञापन देकर भोजपुरी को आठवीं अनुसूची व छठ पर्व पर अवकाश की मांग करेंगे। छठ पर्व से पहले अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो शास्त्री नगर में धरने पर बैठेंगे। गहमरी ने कहा कि छठ पर्व हमारा बहुत बड़ा पर्व होता है। कोई नेता छठ पर्व अवकाश को लेकर कोई आवाज नहीं उठाता।
मानव श्रृंखला बनाने वालों में प्रमुख रूप से डॉ. आनंद झा, अमित यादव, छोटे लाला, प्रभात पाल, मनोज रमाकांत, मुन्ना चौहान, रंग बहादुर, अरविंद बेली, पप्पू यादव, मुकेश सिंह, राजेश सिंह, दीपू समेत अन्य लोग मौजूद रहे