ज्ञानपुर। सूबे के अलग-अलग जिलों से स्थानांतरित होकर आए 95 फीसदी शिक्षकों को हाईवे या सड़क के किनारे वाले विद्यालय चाहिए। स्कूल आवंटन के लिए शिक्षकों की तरफ से हुए आवेदन से यह तस्वीर सामने आई है। वाराणसी और प्रयागराज से आने वाले शिक्षकों की संख्या इसमें अधिक है, हालांकि उन्हें विद्यालय ऑनलाइन ही मिलेगा। इससे कम शिक्षकों वाले विद्यालय का लाभ गिने-चुने शिक्षक ही पा सकेंगे।
जिले में 892 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इसमें एक लाख 55 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। बच्चों को पढ़ाने के लिए करीब 3800 शिक्षक 500 अनुदेशक और आठ सौ शिक्षामित्र तैनात हैं। पिछले महीने अंतरजनपदीय स्थानांतरण के तहत दो चरणों में 209 शिक्षक जिले में आए। स्कूल आवंटन के लिए शिक्षक और शिक्षिकाओं ने आवेदन किया है।
इसमें अधिकतर शिक्षकों ने भदोही दुर्गागंज मार्ग, भदोही- वाराणसी मार्ग, हाईवे सहित अन्य प्रमुख मार्गों पर पड़ने वाले विद्यालयों में दिलचस्पी दिखाई है। विभाग की मानें तो 95 फीसदी शिक्षकों ने सड़क के किनारे वाले विद्यालय को प्राथमिकता में रखा है। स्कूल आवंटन की प्रक्रिया अभी स्थगित हो चुकी है, हालांकि 25 अगस्त तक शुरू होने की उम्मीद है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बताया कि सिंह ने स्कूल आवंटन निदेशालय से ही तय होगा। महिला दिव्यांग को प्राथमिकता दी जाएगी। जिन स्कूलों में एक या दो शिक्षक हैं, पहले उन्हें भरा जाएगा।