देवरिया जिले में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहा शिक्षक शुक्रवार को बर्खास्त कर दिया गया। शिकायत के आधार पर हुई जांच के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव ने यह कार्रवाई की है। साथ ही विधिक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मामले में एसटीएफ ने भी जांच की थी और बीएड का प्रमाण पत्र फर्जी पाया था।
बलिया जिले के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के बालूपुर गांव निवासी जयप्रकाश तिवारी देवरिया के भागलपुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अड़िला में प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत था। एक व्यक्ति ने जनवरी 2022 में जिलाधिकारी से शिकायत कर जयप्रकाश तिवारी के फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी की शिकायत किया था। मामले में डीएम ने बीएसए से जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया था। इसके बाद बीएसए ने भागलपुर के खंड शिक्षा अधिकारी को मामले में शिक्षक के नौकरी व शैक्षिक योग्यता संबंधी कागजात तलब कर लिया। बीएसए की जांच के बाद जयप्रकाश तिवारी की बीए और बीएड की डिग्री फर्जी पाई गई। इधर एसटीएफ की लखनऊ यूनिट की जांच में भी जयप्रकाश तिवारी की बीएड की डिग्री फर्जी मिली। इसके बाद बीएसए ने प्रधानाध्यापक जयप्रकाश तिवारी को निलंबित की भागलपुर ब्लॉक संसाधन केंद्र से सम्बद्ध कर दिया। इस प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी भलुअनी के खंड शिक्षा अधिकारी सूरज कुमार को सौंपी।
जांच अधिकारी ने निलंबित प्रधानाध्यापक जयप्रकाश तिवारी से मामले में साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण मांगा गया। पर निलंबित प्रधानाध्यापक कोई संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे सके।