शिक्षक भर्ती में चयनित पर पांच साल बाद केस
फोटो मिक्सिग करके एलटी ग्रेड परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले विशाल पटेल के तार नकल माफिया केएल पटेल से जुड़े हो सकते हैं। केएल पटेल की सक्रियता सोरांव, नवाबगंज, मऊआइमा, फूलपुर जैसे क्षेत्र में अधिक रही है। 69000 शिक्षक भर्ती में कई अभ्यर्थियों को नकल के जरिए पास करवाने की कोशिश की थी। उस पर सोरांव पुलिस ने 2020 में गैंगस्टर की कार्रवाई भी की थी।
प्रयागराज, । उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से नकल माफिया से जुड़े हो सकते हैं विशाल के तार आयोजित सहायक अध्यापक (प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी- एलटी ग्रेड) परीक्षा-2018 में सॉल्वर के सहारे चयनित अभ्यर्थी के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में पांच साल बाद एफआईआर कराई गई है। आयोग के अनुभाग अधिकारी संजय कुमार सिंह ने जीव विज्ञान विषय में अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थी विशाल कुमार पटेल (अनुक्रमांक-292899) पुत्र रामनरेश पटेल, ग्राम- प्रसादपुर पोस्ट- शिवगढ़ सोरांव के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। साथ ही अभ्यर्थी को आयोग की आगामी सभी परीक्षाओं से पांच वर्ष के लिए डिबार कर दिया है।
तहरीर के मुताबिक एक अज्ञात शिकायतकर्ता ने आयोग से शिकायत की
थी कि उक्त अभ्यर्थी ने परीक्षा के प्रवेश गया। साथ ही हस्ताक्षर के नमूने लिए पत्र पर फोटो मिक्सिग करके अपने स्थान गए। उसके बाद उन नमूनों की जांच पर सॉल्वर को बैठाया था। फर्जीवाड़ा विधि विज्ञान प्रयोगशाला शांतिपुरम करके परीक्षा में अंतिम रूप से उसका फाफामऊ से करवाई गई। जांच रिपोर्ट से चयन भी हो गया, जिसकी गहनता से यह स्पष्ट हुआ कि अभ्यर्थी ने अपने स्थान जांच की जाए। इस मामले में विशाल पर सॉल्वर को बैठाकर परीक्षा दिलवाई कुमार पटेल को 25 सितंबर 2020 को थी। इस मामले में आयोग ने अभ्यर्थी को आयोग में बुलाकर परीक्षा नियंत्रक के अपना पक्ष रखने के लिए चार बार समक्ष उससे परीक्षा के उत्तर पत्रक पर बुलाया, लेकिन वह एक बार भी उपस्थित दर्ज की गई प्रविष्टियों की तथा अलग से नहीं हुआ और हर बार अपना पक्ष रखने अंग्रेजी भाषा का एक पैराग्राफ लिखवाया में असमर्थता जताई।