प्रतापगढ़ : परिषदीय स्कूलों में निपुण लक्ष्य को पाने के लिए प्रक्रिया तेज हो गई है। स्कूल के शिक्षकों को प्रेरणा पोर्टल से आनलाइन कक्षाओं का आवंटन होगा, उसी के अनुसार वह बच्चों को पढ़ाएंगे। विद्यालयों में कक्षावार मीटिंग करते हुए निपुण लक्ष्य प्राप्ति के लिए समय सीमा भी निर्धारित करने को कहा गया है। तय समय के बाद प्रत्येक विद्यालय में बच्चों की कक्षा से शैक्षिक उपलब्धि का आकलन किया जाएगा, जिन कक्षाओं में बच्चों की उपलब्धि नहीं होगी उसके शिक्षक की स्वतः पहचान हो जाएगी।
परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को आफलाइन आवंटित होने वाली कक्षाएं अब आनलाइन आवंटित की जाएंगी। प्रधानाध्यापकों को बच्चों में दक्षता विकास के लिए शिक्षकों को प्रेरणा पोर्टल के जरिए कक्षाओं का आवंटन करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे शिक्षकों की ओर से विद्यालयों में किए जा रहे अच्छे कार्य को जिला व राज्य स्तर पर प्रस्तुत किया जा सकेगा। बेसिक स्कूलों में नया सत्र शुरू होने के साथ ही निपुण लक्ष्यों को हासिल करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। पोस्टर, स्टोरी कार्ड, टीएलएम, गणित किट, विज्ञान किट आदि उपलब्ध कराई गई हैं। निर्देशित किया कि निर्धारित निपुण लक्ष्य को पाने के लिए बच्चों के शैक्षणिक स्तर को बेहतर करने के कदम उठाए जाएं।
अपलोड करनी निपुण बच्चों की संख्या: परिषदीय स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को हर माह निपुण बच्चों की संख्या अपलोड करनी होगी। प्राथमिक विद्यालय डेरवा के प्रधानाध्यापक प्रभाशंकर पांडेय नै बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद के निर्देश के तहत हर माह प्रधानाध्यापकों को प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करना होगा कि उनके यहां कितने बच्चे निपुण हुए।
परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को आफलाइन आवंटित होने वाली कक्षाएं अब आनलाइन आवंटित की जाएंगी। नई व्यवस्था से अच्छे शिक्षकों को पहचान मिलेगी। साथ ही कक्षाओं के लिए शिक्षक निर्धारित होने से बच्चों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार आएगा। भूपेंद्र सिंह, वीएसए