पोर्टल पर छात्रों का ब्योरा न दिए जाने पर अपनाई गई नई रणनीति
औरैया। मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों के छात्रों की काउंटर टीसी कटवाने की राह अब आसान नहीं होगी। स्कूल संचालकों को अब यू-डायस पोर्टल पर जहां सभी छात्रों के ब्योरे का सत्यापन पुख्ता करने. – वाला प्रमाण पत्र दिखाना होगा। जिसके बाद ही बेसिक शिक्षा कार्यालय से टीसी जारी हो सकेगी।
जिले में यू-डायस पर 300 निजी स्कूल अपलोड हैं। जिनमें माध्यमिक स्तर तक कुल दो लाख के करीब छात्र हैं। 37 • प्राइवेट स्कूलों की ओर से छात्रों का ब्योरा यू-डायस पोर्टल पर अपलोड नहीं कराया जा रहा है। यह स्कूल खामियां छिपाने के लिए सत्यापन से किनारा कर रहे हैं। इसे लेकर इन स्कूलों को बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा नोटिस भी जारी किए गए। यहां तक कि मान्यता रद करने की चेतावनी भी दी गई है। तकरीबन 36 हजार छात्रों का
व्यवस्था जारी होने से दो जगहं दाखिले वाले छात्रों को छिपाना अब न होगा आसान
काउंटर टीसी को लेकर प्रमाण पत्र व्यवस्था जारी हो जाने से छात्रों का स्कूल से नाम कटना रूक जाएगा। ऐसे में परिषदीय व कान्वेंट दो जगह दाखिला लेने वाले छात्रों का नाम काटकर मामले से बचने की तरकीब नहीं हो पाएगी। नाम तभी कटेगा जब स्कूल संचालक प्रमाण पत्र दिखाएंगे। जिले में यू-डायस को लेकर जुटाए जा रहे छात्रों के ब्योरे में 1727 छात्र दो जगह दाखिले वाले निकले हैं। जिसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से काउंटर टीसी काटने के लिए स्कूल के यू-डायस सत्यापन पुख्ता होना अनिवार्य किया है।
दाखिले के खुले राज को छिपाने के लिए नाम काटने की तरकीब न आएगी काम
ब्योरा अपलोड होना बाकी है।
विभागीय सूत्रों की माने तो कई स्कूल ऐसे है जिनमें छात्र के दाखिले दो जगह पर चल रहे हैं। इस पर शिकंजा कसने के लिए नई रणनीति तय की गई है। अब यदि कोई छात्र नये स्थान पर दाखिला लेगा तो उसे स्कूल सत्यापन प्रमाण पत्र के
साथ काउंटर टीसी जारी की जाएगी। स्कूल संचालकों को सभी छात्रों का ब्योरा यू-डायस पोर्टल पर सत्यापित होने का प्रमाण पत्र दिखाना होगा। प्रमाण पत्र न होने की दशा में छात्रों की टीसी नहीं कटी जाएगी।
यू-डायस जिला समन्वयक अंकुर गुप्ता ने बताया कि छात्रों की टीसी कटवाने के लिए स्कूल संचालकों को यू-डायस पर सभी छात्रों के ब्योरे का सत्यापन पुख्ता करता प्रमाण पत्र दिखाना होगा। अन्यथा की हालत में टीसी नहीं काटी जाएगी।