बड़े पैमाने पर हुआ है घोटाला
आश्रम पद्धति विद्यालयों में बच्चों की ड्रेस, पुस्तकें, फर्नीचर आदि में बड़े पैमाने पर घोटाला होने की शिकायत की गई है। जरूरत न होने पर भी एक ही एजेंसी से लगातार खरीदारी की गई। यहां तक की एक विद्यालय में केवल मिट्टी की गुड़ाई में एक लाख रुपये का बजट खर्च हुआ था जिसकी शिकायत के बाद शासन स्तर पर जांच बैठाई गई थी।
प्रयागराज, । आश्रम पद्धति विद्यालयों में खरीद फरोख्त के घोटाले के मामले में एसआईटी टीम ने बुधवार को एक बार फिर जिले के दो स्कूलों में दस्तावेज खंगाले। कौड़िहार आश्रम पद्धति विद्यालय में टीम को वर्ष 2018-19 के बाद से कोई भी दस्तावेज नहीं मिला।
जिले के चार आश्रम पद्धति विद्यालयों में सामान की खरीद में बड़ा घोटाला हुआ था। शासन स्तर की जांच में जब सफलता नहीं मिली तो इस प्रकरण पर एसआईटी गठित कर दी गई। एसआईटी ने पिछले दिनों स्कूल में दस्तावेज मांगे, लेकिन कई पत्र नहीं मिला। बुधवार को समाज कल्याण विभाग शासन से उप निदेशक संदीप सिंह और एसआईटी के इंस्पेक्टर विनोद त्रिपाठी प्रयागराज पहुंचे। टीम सुबह लगभग 10 बजे ही कौड़िहार आश्रम पद्धति विद्यालय पहुंच गई थी। यहां पर 2018-19 तक के दस्तावेज तो मिल गए, लेकिन इसके बाद के दस्तावेज नहीं दिखाए गए। इसके बाद टीम के सदस्य करछना विद्यालय पहुंचे। यहां पर भी कुछ दस्तावेज देने के लिए समय मांगा गया है। इसके बाद विकास भवन स्थित समाज कल्याण विभाग के जिला कार्यालय और उप निदेशक कार्यालय टीम पहुंची। यहां पर अधिकारियों को पूरा ब्योरा दिया गया और उनसे अपने स्तर पर दस्तावेज मांगने के लिए कहा गया है। समाज कल्याण विभाग के सूत्रों की मानें तो अभी टीम के सदस्य गुरुवार को भी प्रयागराज में रहेंगे और स्कूलों में एक बार फिर दबिश दे सकते हैं। टीम ने समाज कल्याण अधिकारी को पत्र लिखा है कि गुरुवार को एजी आफिस से और दस्तावेज मंगाए।