प्रयागराज। बेरोजगारी किसी के लिए महज एक शब्द हो सकता है तो किसी के लिए बेपनाह इंतजार का सबब। ऐसा ही मामला प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों के साथ हुआ। सहायक अध्यापक (टीजीटी) 2021 में नौकरी के लिए दो साल का इंतजार करने वाले एक अभ्यर्थी राजकुमार श्रीवास्तव को महज डेढ़ साल पढ़ाने का मौका मिलेगा।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने टीजीटी 2021 अंग्रेजी का परिणाम 31 अक्तूबर 2021 को घोषित किया था। हालांकि कार्यभार ग्रहण न करने के कारण तमाम सीटें खाली रह गईं और हाईकोर्ट के आदेश पर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों प्रतीक्षा सूची के अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराई। शिक्षा निदेशालय में 19 जुलाई कोई अंग्रेजी विषय की काउंसिलिंग में 61 वर्ष के राजकुमार श्रीवास्तव को कॉलेज आवंटित हुआ है। राजकुमार की जन्मतिथि एक जुलाई 1962 है यानि वर्तमान में वह 61 साल पूरा कर चुके हैं। एडेड कॉलेजों में सेवानिवृत्ति की अधिकतम आयु 62 वर्ष है।
चूंकि शिक्षकों की सेवानिवृत्ति 31 मार्च को होती है इसलिए सत्र लाभ मिलने के कारण उन्हें 31 मार्च 2024 तक पढ़ाने का मौका मिलेगा। हालांकि अभी माध्यमिक शिक्षा निदेशक से संस्तुति मिलने के बाद उनके कार्यभार ग्रहण करने में थोड़ा समय और लगने की उम्मीद है। गौरतलब है कि प्रदेश के 4512 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्ति की अधिकतम आयुसीमा नहीं है। यानि सेवानिवृत्ति से पहले कभी भी नियुक्ति हो सकती है।
50 के ऊपर वाले पांच अभ्यर्थियों का हुआ चयन
प्रतीक्षा सूची से ऐसे पांच अभ्यर्थियों का चयन हुआ है जिनकी उम्र 50 साल या अधिक है। अंग्रेजी विषय में ही चयनित अजय मिश्र (10 अप्रैल 1969) को 54, विज्ञान में वीरेश कुमार (एक अगस्त 1973) को 50, अंग्रेजी में सरिता पांडेय (24 जुलाई 1972) को 51 और विज्ञान में राकेश राजन (22 फरवरी 1972) को 51 साल में नौकरी मिलने जा रही है।