डेढ़ माह से केवल बीएसए ऑफिस में हाजिरी लगा रहे 400 शिक्षक
बाराबंकी। अंतर जनपदीय ट्रांसफर के बाद जिले में ज्वाइन करने वाले करीब 400 शिक्षकों को बिना पठन पाठन के ही वेतन दिया जाएंगा। बीते करीब डेढ़ माह से यह शिक्षक-शिक्षिकाएं स्कूलों में पढ़ाने की जगह सिर्फ बीएसए ऑफिस में हाजिरी लगा रहे हैं। डेढ़ माह बाद भी इनकी तैनाती विद्यालयों में न हो पाने से बिना पढ़ाए ही इनके वेतन मद में 30 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
शासन के निर्देश पर डेढ़ माह पहले परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों के अंतर जनपदीय ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू हुई थी। जुलाई के पहले सप्ताह से ही जिले में करीब 400 शिक्षक ज्वाइन कर चुके हैं। इन शिक्षकों को ज्वाइन करने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में इन्हें निर्देश दिए थे कि जब तक विद्यालय का
अंतर जनपदीय ट्रांसफर के बाद से अब तक नहीं हुई स्कूलों में तैनाती
निर्देश का इंतजार
अंतर्जनपदीय ट्रांसफर के बाद जिले में आने वाले शिक्षक- शिक्षिकाओं को विद्यालय जल्द आवंटित किए जाएंगे। इसे लेकर 66 शासन के निर्देशों का इंतजार है। तब तक सभी की कार्यालय में रोजाना हाजिरी ली जा रही है। संतोष देव पांडेय, – बीएसए
आवंटन नहीं हो जाता है बीएसए ऑफिस में हस्ताक्षर कर हाजिरी लगाएंगे। तभी से यह शिक्षक-शिक्षिकाएं बीएसए कार्यालय में बनाए गए रजिस्टर में हाजिरी लगाकर चले जाते हैं।
ज्वाइन करने के बाद इन्हें बताया गया कि 17 व 18 अगस्त तक इन सभी को
शिक्षकों की कमी, फिर भी तैनाती में देरी
एक माह पहले जारी हुई रैकिंग में जिले के सरकारी विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति मात्र 33 फीसदी पाई गई थी। इसे लेकर बीएसए 200 से अधिक शिक्षकों का वेतन रोक चुके हैं। स्वयं भी स्कूलों की निरीक्षण कर रहे हैं। कई विद्यालय ऐसे है जहां शिक्षकों की बहुत जरूरत है। इसके बावजूद इन 400 शिक्षकों की तैनाती में देरी हो रही है।
विद्यालय आवंटित कर दिया जाएगा मगर इसी बीच शासन ने यह प्रक्रिया स्थगित करके पोर्टल पर ब्योरा अपलोड करने के निर्देश दे दिए। एक शिक्षक का वेतन करीब 45 से 50 हजार के हिसाब से भी जोड़ लिया जाय तो डेढ़ माह का वेतन करीब 30 करोड़ होगा।