लखनऊ। छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति योजना में विद्यार्थियों का नवीनीकरण न कराने पर संबंधित संस्थानों के रिकॉर्ड की जांच होगी। इस बार दो अक्तूबर को भुगतान की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। अब सीधे मार्च में ही छात्रों के खातों में राशि जाएगी। छात्रों से ऑनलाइन आवेदन लेने के लिए वेबसाइट खोल दी गई है।
इस योजना में हर साल 50 लाख से ज्यादा छात्र लाभ लेते हैं। कक्षा 10 से ऊपर के विद्यार्थियों के लिए जारी समयसारिणी के अनुसार सामान्य वर्ग, ओबीसी व अल्पसंख्यक छात्र 31 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। उन्हें 15 मार्च तक भुगतान किया जाएगा। अनुसूचित जाति / जनजाति के छात्र चालू वित्त वर्ष में कभी भी आवेदन कर सकेंगे, लेकिन 15 मार्च तक भुगतान उन्हीं एससी-एसटी छात्रों को होगा, जो 31 दिसंबर तक आवेदन करेंगे। एक जनवरी से 31 मार्च के बीच आवेदन करने वाले एससी-एसटी छात्रों के खातों में 21 जून तक राशि भेजी जाएगी।
इस योजना के किसी भी पाठ्यक्रम में जो छात्र नवीनीकरण नहीं कराएंगे, संबंधित संस्थानों को उसकी जानकारी वेबसाइट पर देनी होगी। ऐसे मामलों में डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति उस संस्थानों व नवीनीकरण न कराने वाले छात्रों का 8 जनवरी से 10 फरवरी तक भौतिक सत्यापन करेंगी। रिपोर्ट समाज कल्याण निदेशालय को भेजी जाएगी। गड़बड़ी मिलने पर संस्थान के खिलाफ कार्रवाई के साथ रिकवरी भी होगी। कक्षा 9-10 के छात्र 10 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्हें फरवरी में भुगतान किया जाएगा