अमृत विचार : बदायूं में प्राथमिक शिक्षक संघ के नेता संजीव कुमार शर्मा को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) स्वाति भारती से पंगा लेना महंगा पड़ गया। उन्हें शिक्षण कार्य में लापरवाही, तीन दिन तक एमडीएम न वितरित कराने और निरीक्षण के दौरान विद्यालय में अनुपस्थित रहने के आरोप में पांच सितंबर को निलंबित कर दिया गया। बीएसए से तकरार के चलते पूर्व में भी उनको निलंबित किया जा चुका है।
हल षष्ठी पर्व को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा सभी परिषदीय विद्यालय के महिला अध्यापकों को विशेष अवकाश दिया गया। इसी दिन बदायूं के की जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वाति भारती द्वारा आरिफपुर नवादा स्थित जगत के परिषदीय विद्यालय का निरीक्षण किया गया तो प्रधानाध्यापक संजीव कुमार शर्मा अनुपस्थित मिले। वहां के रसोइयों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से मध्यान भोजन योजन के तहत भोजन का वितरण नहीं कराया गया। इसे ध्यान में रखते हुए बीएसए ने उन्हें निलंबित करते हुए मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया। जांच टीम में खंड शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र सिंह, लक्ष्मी नरायण एवं वीरेश कुमार सिंह शामिल है। निलंबित प्रधानाध्यापक संजीव कुमार शर्मा इससे पहले भी निलंबन झेल चुके हैं।
बताया जा रहा है कि के प्राथमिक शिक्षक संघ ने विभिन्न मांगों को लेकर पिछले दिनों बदायूं में बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय पर शिक्षक नेता संजीव कुमार शर्मा के नेतृत्व में धरना दिया गया था। इस दौरान शिक्षक नेता संजीव कुमार शर्मा ने बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वाति भारती को मंच पर बुलाकर पंगा लिया था।
जिसके बाद ही दोनों में तकरार बढ़ गई थी। इसके बाद शिक्षक नेता संजीव कुमार शर्मा पर बिना किसी अनुमति के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में धरना आयोजित करने और साजिश रचकर जिले की बेसिक शिक्षा अधिकारी से अभद्रता का भी आरोप है। इसकी जांच कराई जा रही है।