रामपुर। परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को स्कूलों में बच्चों की 80 फीसदी उपस्थिति सुनिश्चत करनी होगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी ये आदेश सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला शिक्षा समिति की बैठक में डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने दिए। उन्होंने परिषदीय विद्यालयों में शासन स्तर से निर्धारित मानकों के अनुरूप कराए जा रहे कार्यों के बारे में समीक्षा करते हुए कहा कि जिन अधिकारियों को विद्यालयों का निरीक्षण में लापरवाही मिलने पर
अध्यापकों को निलंबित करने की कार्रवाई करें। शिक्षामित्रों की लापरवाही होने पर सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए।
डीएम ने कहा कि अध्यापक विद्यालयों में समय से उपस्थित होकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कार्य को पूरी जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ाएं।
भी संपर्क करें और विद्यालय भेजने के दौरान अभिभावकों की समस्याओं के बारे में जानकारी लें। साथ ही बच्चों को अनिवार्य रूप से विद्यालय भेजने के लिए प्रोत्साहित करें।
उन्होंने जनपद में निर्माणाधीन 185 स्मार्ट क्लास के कार्य को यथाशीघ्र पूर्ण करने के लिए भी निर्देश दिए। कहा कि विद्यालय के प्रधानाध्यापकों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
वे यह सुनिश्चित करें कि विद्यालय में पंजीकरण के सापेक्ष कम से कम 80 फीसदी बच्चों की उपस्थिति अवश्य हो। बैठक में अधिकारी मौजूद रहे।
कहा कि बीईओ जब विद्यालयों के निरीक्षण के लिए जाएं तब ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिनव जैन, विद्यालयों में लंबे समय से बीएसए संजीव कुमार सहित अन्य गैरहाजिर बच्चों के अभिभावकों से