लखनऊ, । प्रदेश में आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, सिद्धा, प्राकृतिक चिकित्सा और योग पद्धति से जुड़े संस्थानों के संचालन के लिए एकीकृत आयुष बोर्ड का गठन होगा। संबंधित विधा के चिकित्सकों के पंजीयन का काम भी यही बोर्ड देखेगा। शुक्रवार को आयुष विभाग की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के संबंध में तीन अलग-अलग बोर्ड संचालित हैं।
उन्होंने कहा कि अब इन सभी को एकीकृत रूप देते हुए एक बोर्ड के अधीन समाहित करने की जरूरत है। इससे न केवल नए संस्थानों की स्थापना व विकास में प्रक्रियागत सहजता होगी, बल्कि उपाधि प्राप्त चिकित्सकों के पंजीयन में भी आसानी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलते समय के साथ युवाओं के बीच योग एवं नेचुरोपैथी में कॅरियर बनाने की चाह बढ़ी है। प्रस्तावित आयुष बोर्ड का मुखिया महानिदेशक होगा।