आजमगढ़। बलिया की शिक्षिका से 32 लाख की ऑनलाइन ठगी के मामले में साइबर थाने की पुलिस ने नाइजीरिया के तीन नागरिकों को गिरफ्तार किया है। तीनों स्टूडेंट वीजा पर भारत आए थे। उन्हें शनिवार को दिल्ली से पकड़ा गया। सोशल मीडिया पर दोस्ती करने के बाद गिफ्ट देने के नाम पर महिला को शिकार बनाया था। पूछताछ में पता चला कि अब तक 100 करोड़ से अधिक की ठगी कर चुके हैं।
बलिया के सहतवार थाना क्षेत्र की निवासी सरकारी स्कूल की शिक्षिका ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि इंस्टाग्राम के जरिए उसकी नाइजीरिया के एक युवक से दोस्ती हुई थी। उसने गिफ्ट देने के नाम पर उससे आनलाइन 32 लाख रुपये ठग लिए।
मुकदमा दर्ज करने के बाद सहतवार पुलिस ने जांच के लिए मामला साइबर थाना आजमगढ़ को स्थानांरित कर दिया। साइबर थाना की जांच में नाइजीरिया के तीनों युवकों के बारे में जानकारी मिली। पता चला कि तीनों दिल्ली के चंदन विहार निलोठी में रहकर साइबर ठगी करते हैं।
साइबर थाने के प्रभारी विमल प्रकाश राय ने बताया कि पुष्ट जानकारी मिलने के बाद वह टीम के साथ दिल्ली पहुंचे। मोबाइल लोकेशन के आधार पर टीम ने निहाल विहार दिल्ली से चीब्यूकी आस्टीन निवासी उमुनवामरी इसुनजाबा इसु एलजीए आईएमओ, चिमेजी जस्टीसी निवासी अमाफोर ओहाजी इजबेमा एलजीए आईएमओ व चिमामकपा किजिटो निवासी आईएयू एलजीए आईएमओ नाइजीरिया को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से दो लैपटॉप, सात मोबाइल, राउटर डोंगल, चार पासपोर्ट, चार भारतीय सिमकार्ड, चार नाइजीरियाई सिमकार्ड और फर्जी कागजात बरामद हुए। तीनों स्टूडेंट वीजा पर भारत आए थे और साइबर ठगी का काम करते थे। तीनों की गिरफ्तारी के बाद जांच के लिए मामला एलआईयू और एटीएस के हवाले कर दिया गया है।