कायमगंज। वेतन के लिए परेशान होकर जहर खाने वाले शिक्षक अनिल कुमार त्रिपाठी की मौत से शिक्षा विभाग में खासा हड़कंप मचा हुआ है। उन्हे आत्महत्या के लिए उकसाने में बीईओ समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इससे पहले गुरुवार की रात सैफई से परिजन शव लेकर घर पहुंचेऔर मुकदमा दर्ज कराने की मांग पर अड़ गए। 16 घंटे तक परिजनों ने शिक्षक का शव नहीं उठने दिया। जब मुकदम दर्ज हुआ तो परिजना अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर गए।
मुकदमा काजम खां मोहल्ला निवासी शिक्षक अनिल कुमार त्रिपाठी के बेटे आशीष कुमार ने दर्ज कराया है। इसमें खंड शिक्षाधिकारी गिरिराज सिंह, बीएसए कार्यालय के लिपिक सुरेंद्र नाथ अवस्थी, उच्च प्राथमिक विद्यालय झब्बूपुर के प्रधानाचार्य निर्देश गंगवार को नामजद किया। मुकदमे में कहा गया है कि उसके पिता अनिल त्रिपाठी उच्च प्राथमिक विद्यालय झब्बूपुर में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत थे। पिता सवेतन बहाल थे फिर भी 96 माह का वेतन निर्गत नहीं किया गया।
पिता को प्रधानाध्यापक द्वारा अध्यापक उपस्थिति पंजिका भी नहीं दी गई जबकि वह नियमित रूप से विद्यालय गए थे। इस प्रकरण को लेकर 25 सितंबर को जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से शिकायत की थी। खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय प्रभारी को 27 सितंबर को इस प्रकरण से अवगत कराया गया था। मेरे सामने ही पिता को गाली-गलौज कर अपमानित किया गया और आत्महत्या के लिए उकसाया गया जिससे वह मायूस हो गए। उन्होने 27 सितंबर को विशाक्त पदार्थ खा लिया। सैफई में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक जेपी पाल ने बताया कि शिक्षक के बेटे की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वहीं दूसरी ओर गुरुवार की रात 9.30 बजे शिक्षक अनिल का शव घर पहुंचा। रात एक बजे पुत्र आशीष ने कोतवाली में एफआईआर को तहरीर दी। इंस्पेक्टर के साथ सीओ को भी बताया। सुबह कोतवाली में कायमगंज बार एसोसिएशन अध्यक्ष राघव चंद्र शुक्ला व अन्य वकील भी पहुंच गए। मामला बड़े अधिकारियों तक पहुंचा तो एफआईआर दर्ज का भरोसा मिला। इस पर दोपहर एक बजे शिक्षक अनिल का शव परिजन ढाईघाट पर अंतिम संस्कार के लिए लेकर चले गए।
अंतिम संस्कार में जुटे शिक्षक नेता शमसाबाद। मृत शिक्षक अनिल कुमार त्रिपाठी के अंतिम संस्कार में कायमगंज और शमसाबाद ब्लाक के शिक्षकों के अलावा कई शिक्षक नेता पहुंचे और मृत शिक्षक को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष भूपेश प्रकाश पाठक, राजेश यादव, प्रवेश राठौर आदि शिक्षक नेता ढाईघाट पर पहुंचे और यहां पर मृत शिक्षक के पुत्र को सांत्वना दी। प्राथमिक शिक्षक संघ के दूसरे गुट के जिलाध्यक्ष विजय बहादुर यादव, मंत्री राजकिशोर शुक्ला के अलावा अखिलेश यादव आदि शिक्षक नेता भी ढाईघाट पर मृत शिक्षक के अंतिम संस्कार में पहुंचे। आसपास के भी कई लोग मौक पर पहुंचे।
टूट गया घर, मोहल्ले के लोग भी दुखी
कायमगंज। काजम खां मोहल्ले के रहने वाले शिक्षक अनिल त्रिपाठी की मौत से हर कोई दुखी है। आसपास के लोगों का कहना है कि इस तरह से उम्मीद नहीं थी कि अनिल इतना बड़ा कदम उठा लेंगे। नौकरी को लेकर वह टेंशन में तो थे। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि जब यह जानकारी हुई कि अनिल ने जहरीला पदार्थ खा लिया है तो पहले तो यकीन ही नहीं हुआ। बाद में पता चला कि सैफई में मौत हुई है। शुक्रवार की दोपहर जब घर से शव उठा तो बड़ी संख्या में लोग साथ में थे।
वेतन निकलवाने के लिए दो लाख की हुई थी डिमांड
शिक्षक के बेटे आशीष त्रिपाठी का कहना है कि उनके पिता की जान प्रताड़ना में ही चली गई। पिता को 96 माह का वेतन नहीं मिल रहा था। पिता से वेतन निकलवाने के नाम पर दो लाख रुपये की डिमांड भी की गई थी। पिता ने न्याय पाने के लिए 450 प्रार्थना पत्र अलग अलग अधिकारियों को दिए लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। कोर्ट की भी अवहेलना की गई। आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए