भोजन बनाने को राशन निकालते समय रसोइया हो गई थी बीमार
चायल, कौशांबी : मध्याह्न भोजन के लिए स्टोर किए गए खाद्यान्न को कीड़ों से बचाने के लिए बोरों पर दवा का छिड़काव करना स्कूल की प्रधानाध्यापिका को भारी पड़ गया। होम करते हाथ जलने वाली कहावत साकार हुई। भोजन बनाने के लिए शनिवार को स्टोर रूम से राशन निकालने गई रसोइया दवा की गंध से बीमार पड़ गई। जानकारी पाकर कुछ अभिभावक आक्रोशित हो गए और विद्यालय में हंगामा करने लगे। रसोइया समेत अभिभावकों ने शिकायत बीएसए से की। बीएसए कमलेंद्र कुमार कुशवाहा ने इसकी जांच खंड शिक्षाधिकारी नीरज कुमार से कराई। उनकी रिपोर्ट के आधार पर प्रधानाध्यापिका को मंगलवार को निलंबित कर दिया
गया। यह मामला ब्लाक संसाधन केंद्र (बीआरसी) चायल के कंपोजिट विद्यालय केशी का पूरा का है।
स्कूल में तैनात प्रधानाध्यापिका प्रीती सिंह के खिलाफ पूर्व में भी मध्याह्न भोजन (मिड-डे-मील) के लिए मिलने वाले खाद्यान्न में अनियमितता करने, सफाई कर्मचारी व रसोइया से अभद्रता का आरोप लगा था। प्रधानाध्यापिका पर मध्याह्न भोजन मांग की है।
के लिए मिले गेहूं व चावल के बोरों पर स्टोर रूम में कीटनाशक दवा का छिड़काव कराने का आरोप रसोइया सुग्गन देवी का है। उनका कहना है कि शनिवार को जब वह स्टोर रूम में खाद्यान्न निकालने गई, तो दवा की गंध से उनकी हालत बिगड़ गई। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से करते हुए कार्रवाई की भी
दवा छिड़काव की बात स्वीकार की
रविवार को अवकाश था। इसलिए सोमवार को खंड शिक्षाधिकारी नीरज कुमार ने मामले की जांच की। उन्होंने बताया कि स्टोर रूम खुलवाने पर बहुत बदबू हो रही थी। प्रधानाध्यापिका ने बताया कि राशन को कीड़ों से बचाने के लिए पतंजलि से कीटनाशक दवा मंगाकर छिड़काव किया था। चरवा नगर पंचायत के चेयरमैन अमर सिंह एवं लोगों द्वारा प्रधानाध्यापिका पर सफाईकर्मियों के साथ अभद्रता करने की शिकायत की गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया।