लखीमपुर,। बेसिक के स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 70 से 80 फीसदी से ज्यादा कराने पर शासन का फोकस है। लगातार इसकी मानीटरिंग भी की जा रही है। स्कूलों की मानीटरिंग व निरीक्षण के लिए विभाग के अधिकारियों के अलावा जिला स्तरीय, तहसील स्तरीय व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को भी जिम्मेदारी दी गई है। इसके बाद भी स्कूलों में छात्र उपस्थिति 60 प्रतिशत से कम है। कई स्कूल तो ऐसे हैं जहां उपस्थिति 50 प्रतिशत से भी कम है। इस पर निदेशालय ने नाराजगी जताई है। बीएसए ने 60 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।
जिले में 3106 परिषदीय स्कूल चल रहे हैं। स्कूलों में नामांकित सभी बच्चों केा यूनिफार्म, कोर्स व ड्रेस का पैसा सरकार देती है। इसके अलावा रोज एमडीएम बच्चों को खिलाया जाता है। कायाकल्प के बाद अब स्कूलों में शिक्षा का स्तर बढ़ाने पर फोकस है। स्कूलों में समय से शिक्षक पहुंचे। बच्चों की उपस्थिति बढ़े इसको लेकर लगातार मानीटरिंग की जाती है। निदेशालय ने स्कूलों की मानीटरिंग के लिए विभाग के अधिकारियों का हर महीने का स्कूल निरीक्षण टारगेट निर्धारित किया है इसके अलावा सभी जिला स्तरीय, तहसील स्तरीय व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को हर महीने पांच-पांच स्कूलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करनी है। वहीं, 60 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापक, इंचार्ज प्रधानाध्यापकों को बीएसए प्रवीण तिवारी ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं छात्र उपस्थिति बढ़ाने की हिदायत दी है।
बीईओ को भी जारी की गई नोटिस, डी श्रेणी में जिला
परिषदीय स्कूलों में छात्र उपस्थिति कम होने पर निदेशालय, एमडीएम प्राधिकरण ने भी नाराजगी जताई है। सीएम डैशबोर्ड पर खीरी जिले में स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति डी श्रेणी में रही है। जिला सबसे फिसड्डी75वें स्थान पर रहा। बीएसए प्रवीण तिवारी ने बताया कि बीईओ को हर महीने स्कूलों का नियमित निरीक्षण करना है। शैक्षिक स्तर बढ़ाने के साथ ही स्कूलों में उपस्थिति बढ़ाने के लिए शिक्षकों का सहयोग करना है।
ब्लॉक वार स्कूल जिनमें 60 से कम उपस्थिति
रमियाबेहड़-175, मितौली के 236, लखीमपुर के 222 व ईसानगर 136 स्कूलों में 60 प्रतिशत से कम उपस्थिति रही है। इसके अलावा कुंभी गोला के 190, बांकेगंज के 142, धौरहरा के 144, बिजुआ के 126, नकहा के 159, मोहम्मदी के 72 व बेहजम के 169 स्कूल चिन्हित किए गए हैं जहां छात्र उपस्थिति कम है। इसके अलावा निघासन ब्लॉक के 188, पलिया के 144, फूलबेहड़ के 161, पसगवां के 237 स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति 60 प्रतिशत से कम रही है। इसके अलावा नगर क्षेत्र के 77 स्कूल ऐसे हैं जिनमें छात्र उपस्थित कम रही है। बीएसए ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जहां छात्र उपस्थिति कम मिलेगी वहां प्रधानाध्यापक व शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होगी।