संवाद सहयोगी, जौनपुर सरकार के तमाम प्रयास के बाद शिक्षा की नींव मजबूत नहीं हो रही है। प्राथमिक विद्यालयों के यह शिक्षक नामांकन, सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में धांधली करने के साथ ही बच्चों के भविष्य से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। उनकी कार्यप्रणाली का सच शनिवार को टास्क फोर्स टीम के आकस्मिक निरीक्षण में सामने आया। बीएसए डा. गोरखनाथ पटेल के नेतृत्व में टीम ने तीन ब्लाकों के 50 स्कूलों का निरीक्षण किया। दो विद्यालय जहां बंद मिले वहीं 92 प्रधानाध्यापक, शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक गैरहाजिर पाए गए। तीन प्रधानाध्यापकों को निलंबित करने के साथ ही 89 का वेतन व मानदेय रोकने का आदेश दिया गया।
कार्यालय महानिदेशक, स्कूल बंद मिला। शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक के पत्र पर बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों व जिला समन्वयकों को मिलाकर टास्क फोर्स का गठन कर बदलापुर के 44
- योजनाओं के संचालन ही नहीं पढ़ाई में भी खेल कर रहे शिक्षक, जांच में दो स्कूलों का बंद मिला ताला
बीएसए व टास्क फोर्स टीम ने तीन ब्लाकों के 50 विद्यालयों का किया निरीक्षण
- अधिकांश में छात्रों की कम रही उपस्थिति, एक सप्ताह में
मांगा स्पष्टीकरण
विद्यालय, महराजगंज के तीन, मुंगराबादशाहपुर के दो व करंजाकला के एक विद्यालय की जांच कराई। जांच में एक प्रधानाध्यापक, 58 नहीं मिला। सहायक अध्यापक, 14 शिक्षामित्र, आठ अनुदेशक व एक परिचारक अनुपस्थित मिले। एक विद्यालय ताला
इसके अलावा बीएसए ने पांच विद्यालयों की जांच की। जांच में बदलापुर के प्राथमिक विद्यालय डढ़िया में ताला बंद मिला। वहीं प्राथमिक विद्यालय बनगांव पट्टी में है।
दो शिक्षक व एक शिक्षामित्र बिना सूचना के गायब रहीं। विद्यालय में नामांकित 85 छात्रों में सिर्फ दो उपस्थित मिले। कंपोजिट ग्रांट का उपयोग तो किया गया है, लेकिन बिल बाउचर नहीं मिला। इसके बाद वह प्राथमिक विद्यालय सिंधी लस्कर में सिर्फ 26 बच्चे मौजूद मिले। यहां भी कंपोजिट धनराशि का बिल बाउचर नहीं मिला। प्राथमिक विद्यालय कमालपुर में 50 छात्र मिले। करंजाकला के कंपोजिट विद्यालय खरौना में कंपोजिट ग्रांट के 75 हजार के उपभोग का बिल बाउचर सही
बीएसए ने बताया कि जांच अधिकारियों की रिपोर्ट पर 89 प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व परिचारक का वेतन व मानदेय रोका गया है। कई अन्य कमियां मिलने पर तीन प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया गया। सभी से सात दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया