प्रयागराज प्रदेश भर के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) महाविद्यालयों में शिक्षक व विद्यार्थियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था का आदेश होने के एक महीने बाद भी अमल नहीं हो पाया। उच्च शिक्षा निदेशालय से एक माह पहले इसके लिए आदेश हुए थे, लेकिन अब तक किसी भी महाविद्यालय में बायोमेट्रिक मशीन नहीं लगाई गई है। उच्च शिक्षा निदेशक ने हर हाल में इसका पालन करने का स्मरण पत्र (रिमाइंडर) भेजा है।
राजकीय महाविद्यालयों में बायोमेट्रिक उपस्थिति पहले से ही हो रही है। प्रदेश के 331 एडेड महाविद्यालय महाविद्यालयों में शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति में लापरवाही की जा रही है। 18 जुलाई को उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में एडेड महाविद्यालयों के प्राचार्यों और प्रबंधकों की बैठक में शिक्षकों और छात्र – छात्राओं की उपस्थिति का ब्यौरा मांगा गया था, जो प्राचार्य और प्रबंधक नहीं दे पाए।
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए थे कि एडेड महाविद्यालयों में भी बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज दर्ज की जाए। आठ अगस्त को उच्च शिक्षा निदेशक ब्रह्मदेव ने प्राचार्यों और प्रबंधकों को निर्देशित किया, लेकिन एक महीने बाद भी किसी महाविद्यालय से बायोमेट्रिक मशीन लगाने की सूचना नहीं आई। स्मरण पत्र भेजकर उन्होंने कहा कि शासन के निर्देश का पालन करवाया जाएगा। निदेशालय से इसकी निगरानी के लिए कुछ और यंत्र लगाने की जरूरत है। उसके लिए भी प्रयास किया जा रहा है।