सार्वजनिक उपक्रमों में 25 सीधी भर्ती
नई दिल्ली। केंद्र सरकार विभिन्न विभागों में संयुक्त सचिव तक के पदों पर लैटरल इंट्री (सीधी भर्ती)की व्यवस्था करने के बाद सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज (सीपीएसई) में अहम पदों पर (ई- 5 से ई- 8 स्तर तक) लैटरल इंट्री नियुक्तियों को मंजूरी देने की योजना बना रही है। प्रस्ताव के मुताबिक सीपीएसई में 25 फीसदी तक लैटरल इंट्री की व्यवस्था की जाएगी।
इस संबंध में कैबिनेट नोट तैयार किया गया है और विभिन्न मंत्रालयों से रायशुमारी की गई है। एक अन्य अहम प्रस्ताव में पीएसयू की श्रेणियों को मौजूदा तीन से बढ़ाकर पांच किया जाएगा। नए प्रस्ताव के तहत महारत्न, नवरत्न, मिनिरत्न, लाभ कमाने वाली पीएसयू और आखिरी श्रेणी अन्य होगी जिसमे इन चार श्रेणियों में नहीं आने वाले पीएसयू शामिल हो सकते हैं।
सूत्रों ने कहा कि सीपीएसयू अर्थव्यवस्था के सभी कोर सेक्टर में काम कर रहे हैं। मामले से जुड़े अधिकारी के मुताबिक केंद्र सरकार का मानना है कि पेट्रोलियम, कच्चा तेल, ऊर्जा, स्टील, खनन, दूरसंचार, रक्षा उत्पादन, परिवहन और लॉजिस्टिक सेवा आदि से जुड़े सेक्टर में काम कर रहे पीएसयू की मौजूदा व्यवस्था वर्तमान दौर की जरूरतों के अनुरूप नहीं है। वर्ष 2010 फरवरी में चयनित पीएसयू की व्यापक स्वायत्तता के लिए योजना लाई गई थी।
सीपीएसई की पांच श्रेणियां होंगी
सीपीएसई की पांच श्रेणियां होंगी। सभी रत्न सीपीएसई के लिए पूंजीगत व्यय पर कोई मौद्रिक सीलिंग या खर्च की सीमा नहीं होगी।
गाइडलाइन लंबे समय से नहीं बदली गई
पीएसयू के लिए बनी व्यापक गाइडलाइन में भी काफी समय से बदलाव नहीं किया गया है। पीएसयू की स्वायत्तता 1990 में बनी गाइडलाइन से तय होती है, जिसमे समय समय पर सुधार और संशोधन किए गए हैं।