लखनऊ। यूपी के चार शिक्षकों को पांच सितंबर को राष्ट्रपति पुरस्कार मिलेगा। इसमें एक उच्च शिक्षा विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर भी हैं। उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षकों को पहली बार राष्ट्रपति पुरस्कार दिया जा रहा है।
इस वर्ष प्रदेश के शिक्षकों ने राष्ट्रपति पुरस्कार के मामले में रिकॉर्ड बनाया है। बेसिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित 50 शिक्षकों में बुलंदशहर के चंद्रप्रकाश, फतेहपुर की आशिया और मेरठ के सुधांशु के नाम शामिल हैं। वहीं, इस वर्ष से शुरू किए गए उच्च शिक्षा के शिक्षकों के राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए देशभर से चुने गए 13 शिक्षकों में लखनऊ से डॉ. फरहीन बानो भी शामिल हैं। वे एकेटीयू के घटक कॉलेज
पहली बार उच्च शिक्षा के शिक्षक भी होंगे सम्मानित, इनमें एक शिक्षिका लखनऊ की भी
तीन साल में सर्वाधिक संख्या रही यूपी की
फैकल्टी ऑफ आर्किटेक्चर की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। इस तरह पांच सितंबर को राष्ट्रपति पुरस्कार पाने वाले कुल 63 शिक्षकों में प्रदेश के चार शिक्षक सम्मानित होंगे। बता दें, राष्ट्रपति पुरस्कार से वर्ष 2021 में 44 शिक्षकों को सम्मानित किया गया था। इसमें प्रदेश से रामपुर की तृप्ति माहौर और औरैया के मनीष कुमार भी शामिल थे। वर्ष 2022 में राष्ट्रपति सम्मान से सम्मानित होने वाले 46 शिक्षकों में प्रदेश से सिर्फ एक शिक्षक का चयन हुआ था। यह पुरस्कार देवरिया के खुर्शीद आलम को मिला था।