जौनपुर: यादवेश इंटर कालेज नौपेड़वा में वर्ष 2019 में तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेश पर नियुक्त परिचारक 39 महीने तक बिना ड्यूटी किए वेतन आहरित करता रहा। मामला जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के संज्ञान में आने पर गतवर्ष अक्टूबर से भुगतान रोक दिया गया है।
श्रीमती धर्मराजी देवी गंगा प्रसाद सिंह इंटर कालेज खोइरी सोतीपुर में परिचारक के पद पर तैनात गिरीश कुमार यादव का वर्ष 2019 में विभागीय कारणों से वेतन अवरुद्ध कर दिया गया। आरोप है कि विभागीय अफसरों की मिलीभगत से तथ्य छिपाते हुए तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश मिश्र के आदेश पर चार जुलाई 2019 को ही यादवेश इंटर कालेज नौपेड़वा में के पति । कार्यवाहक प्रधानाचार्य ब्रह्मदत्त यादव व प्रधानाचार्य की प्रबंधक पत्नी मालती देवी ने परिचारक के पद पर करा दी। 2020 में परिषदीय परीक्षा में कार्य की अधिकता को देखते हुए तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश मिश्र के ही आदेश पर उसे मुख्यालय संबद्ध कर दिया गया। परीक्षा समाप्त होते ही फिर गिरीश यादव को न्यायालयीय कार्य में प्रभावी पैरवी के लिए प्रयागराज के कार्यों को सौंप दिया गया। आश्चर्य इस बात का है कि आज तक विद्यालय अथवा कार्यालय पर कहीं भी गिरीश की उपस्थिति नहीं
- उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने पर अक्टूबर से भुगतान रुका
- यादवेश इंटर कालेज नौपेड़वा का मामला, जांच की उठी मांग
मामला संज्ञान में आने पर जिला विद्यालय निरीक्षक नरेंद्र देव के… आदेश पर परिचारक गिरीश कुमार का वेतन रोक दिया गया है। परिचारक को मैंने तीन पत्र भेजकर पूछा था कि. वर्तमान में आप कहां कार्यरत हैं पर कोई जवाब नहीं मिला।
-भैयालाल सरोज, प्रधानाचार्य ।
गिरीश की तैनाती
‘उच्चाधिकारियों के आदेश पर ही की गई थी। पिछले चार माह से वेतन
भुगतान रोका गया है। ब्रह्मदत्त यादव, तत्कालीन कार्यवाहक गिरीश कुमार यादव की ज्वाइनिंग प्रधानाचार्य व प्रबंधक मालती यादव
रही। सुगबुगाहट होते ही गतवर्ष- अक्टूबर से आनन-फानन वर्तमान जिला विद्यालय निरीक्षक नरेंद्र देव पांडेय ने वेतन अवरुद्ध कर दिया। लोगों का कहना है कि तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक बृजेश मिश्र गिरीश यादव को अपने प्रयागराज आवास पर रखकर घरेलू कामकाज कराते हैं। अपने प्रभाव से वेतन यहां से आहरित कराते रहे। बदलापुर विधायक रमेश चंद्र मिश्र ने कहा कि यह अत्यंत गंभीर मामला है। वह इसकी उच्चस्तरीय जांच के लिए मुख्यमंत्री व माध्यमिक शिक्षामंत्री को पत्र लिखेंगे।