उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने परिषदीय स्कूलों को लेकर बड़ा निर्देश जारी किया है। अपने निर्देश में सीएम योगी ने यूपी के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को फुल शर्ट और फुल पैंट पहनना अनिवार्य कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने यूपी के परिषदीय स्कूलों को लेकर बड़ा निर्देश जारी किया है। अपने निर्देश में सीएम योगी ने बच्चों को फुल शर्ट और फुल पैंट पहनना अनिवार्य कर दिया है।सीएम का यह आदेश डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाव को लेकर लिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसे रोगों के लिए तैयारियों की समीक्षा के बाद स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए थे। अब मुख्यमंत्री के निर्देश पर बेसिक शिक्षा निदेशक डां. महेंद्र देव की ओर से सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया गया है।
यूपी सरकार की तरफ से सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इसको लेकर एक पत्र भेजा गया है। दरअसल यूपी में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के मामलो में लगातार इजाफा होने की खबर आ रही है। ऐसे में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के लिए भी सरकार ने निर्देश जारी कर दिया हैं। सरकार की ओर से शिक्षा विभाग को ये निर्देश दिया गया है कि सभी परिषदीय स्कूलों में छात्र फ़ुल पैंट और पूरे बांह की कमीज पहन कर आए।
सीएम योगी से मिले निर्देश के बाद शिक्षा निदेशक डां. महेंद्र देव ने यूपी के सभी जनपदों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) को पत्र लिखकर इसके साथ ही कई और दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं।सरकार की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि छात्रों को इन रोगों से बचाव के लिए जागरूक भी किया जाए। इसके अलावा अगर स्कूल में ज्यादा छात्रों को बुख़ार या किसी अन्य प्रकार के लक्षण हो तो डॉक्टरों को स्कूल में ही बुलाया जाए और उनका टेस्ट करवाया जाए।
यूपी में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के चलते अब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हर स्कूल में एक नोडल शिक्षक भी तय करेंगे, जिनके माध्यम से स्कूलों में छात्रों के बीच संचारी रोगों को लेकर जागरूकता बढ़ाई जाएगी। उनके माध्यम से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए फ़ुल शर्ट और फ़ुल पैंट पहनकर आने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
शिक्षा निदेशक द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि 3 अक्टूबर से प्रदेश में शुरू हो रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान में बेसिक शिक्षा विभाग भी सक्रिय भूमिका निभाए। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के अलावा प्राइवेट स्कूलों में संचारी रोगों के बारे में जागरूकता के लिए छात्रों के बीच गतिविधियां आयोजित की जाएं।