पडरौना,
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले दिव्यांग बच्चों के प्रति बेसिक शिक्षा विभाग गंभीर है। समर्थ ऐप पर दिव्यांग बच्चों की उपस्थिति दर्ज नहीं करने वाले 683 परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों समेत संपूर्ण स्टाफ का वेतन रोकने की चेतावनी देते हुए बीएसए ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। समय से जवाब नहीं मिलने पर अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने की चेतावनी दी है। बीएसए के इस पत्र से शिक्षकों में
हड़कंप मचा हुआ है। जिले में बेसिक शिक्षा परिषद से 2464 विद्यालय संचालित होते हैं। इन परिषदीय स्कूलों में सामान्य बच्चों के साथ दिव्यांग छात्रों का भी नामांकन हुआ है। स्कूलों में पढने वाले इन दिव्यांग बच्चों का शिक्षकों को विभाग के वेबसाइट समर्थ ऐप पर प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज करने का विभाग ने आदेश जारी किया था, लेकिन सितंबर माह में जिले के 683 विद्यालयों के लापरवाह शिक्षकों ने दिव्यांग बच्चों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज नहीं की है। इसको गंभीरता से लेते हुए बीएसए ने सभी स्कूलों के शिक्षकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। समय में नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर विद्यालयों के सभी शिक्षक व कर्मचारियों का वेतन बाधित करने बीएसए ने चेतावनी दी है। इन विद्यालयों में दुदही के 55, फाजिलनगर के 41, हाटा के 37, कप्तानगंज के 24, कसया के 44, खड्डा के 23, मोतीचक के 76, नौरंगिया के 40, पडरौना के 59, रामकोला के 34, सेवरही के 21, सुकरौली के 63, तमकुही के 86, विशुनपुरा ब्लॉक के 80 विद्यालय शामिल हैं.
जिले के 683 परिषदीय जिलों के शिक्षकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। निर्धारित समय में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इन स्कूलों के शिक्षकों समेत समस्त स्टॉप का वेतन व मानदेय अग्रिम आदेश तक बाधित कर दिया जायेगा। -डॉ. रामजियावन मौर्य, बीएसए